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खरी खरी:सुरेश मिश्र

by zadmin

लगी टकटकी देश की,बोझिल हुई सुरंग
बड़े-बड़े इंजीनियर,यहां हुए बेरंग
यहां हुए बेरंग,दंग है ऊपर वाला
ये विकास की चाह, बहुत बेमानी लाला
कह सुरेश यदि आप पहाड़ों को काटेंगे
तो गिरिराज मनुष्यों में जीवन बांटेंगे?

सुरेश मिश्र

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