काठमांडू,4 नवंबर :नेपाल में देर रात आए भूकंप से भीषण तबाही मच गई है। नेपाल के जाजरकोट जिले के राम रांडा इलाके में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके बाद बाद से मरने वालों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। अब तक कुल 200 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई लोग घायल हैं। मरने वालों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। नेपाल में आए भूकंप के झटके का असर शुक्रवार रात दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी महसूस किए गए थे। रुकुम पश्चिम के मुख्य जिला अधिकारी हरि प्रसाद पंत के मुताबिक, नेपाल के रुकुम पश्चिम में कम से कम 36 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। यह अपडेट शनिवार 04 नवंबर सुबह 5 बजे तक का है।
जाजरकोट के मुख्य जिला अधिकारी के मुताबिक जाजरकोट में कम से कम 34 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कई लोग घायल हैं। कुछ गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए सुर्खेत भेजा गया है। मरने वालों की कुल संख्या 70 हो गई है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) ने कहा कि भूकंप 10 किमी की गहराई पर आया था, जो 28.84 N के अक्षांश और 82.19 E के देशांतर पर हुआ। यह एक महीने में तीसरी बार है जब नेपाल में तेज भूकंप आए हैं।
फिलहाल स्थानीय अधिकारी जाजरकोट गांव से संपर्क नहीं कर पाए हैं, जहां भूकंप का केंद्र है और इसकी आबादी 190,000 है। नेपाल पीएमओ ने कहा है कि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार रात 11:47 बजे जाजरकोट के राम डांडा में भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है और सभी 3 सुरक्षा एजेंसियों को तत्काल बचाव और राहत के लिए तैनात किया है।”नेपाल के जाजरकोट भूकंप में नलगढ़ नगर पालिका की डिप्टी मेयर सरिता सिंह समेत 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. नेपाल पुलिस के मुताबिक, भूकंप के कारण पुराने मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं.