उन्होंने ( उद्धव ) ने मुझसे 50 करोड़ लिए – एकनाथ शिंदे
विशेष संवाददाता
मुंबई।@nirbhaypathik: शुक्रवार 4 जुलाई को महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र के समापन के दौरान विपक्ष के अंतिम सप्ताह प्रस्ताव का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर उनको कटघरे में खड़ा किया और उनकी आलोचना करते हुए कहा कि हमारे 40 विधायकों को बार-बार गद्दार, खोकेबाज बोला गया, लेकिन महाराष्ट्र का महा गद्दार कौन है? जिसने बाला साहेब ठाकरे के विचारों से गद्दारी की, अपने 25 साल पुराने मित्र से गद्दारी की, अपने परिवार से गद्दारी की। मतदाताओं से गद्दारी की। मैं अभी तक यह बात बताना पसंद नहीं करता था, वे हम पर 50 खोके का आरोप लगाते हैं, लेकिन उन्होंने कहा हमें 50 करोड़ रुपए दे दो, इसके लिए पत्र लिखते हैं। हमने एक मिनट का भी विचार नहीं किया और 50 करोड़ रुपए उनके खाते में डाल दिए। हमें उनकी जायदाद नहीं चाहिए, बालासाहब का विचार हमारे साथ है यही हमारी जायदाद है। हमें गद्दार कहनेवाले खुद महागद्दार हैं। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी की सरकार के दौरान महाराष्ट्र राज्य पीछे चला गया था। हमारी सरकार बनने के बाद महाराष्ट्र प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में कर्नाटक, गुजरात से आगे निकल गया है। महाराष्ट्र में 1 लाख 18 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ। दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में 1 लाख 37 हजार करोड़ रुपए के करार हुए थे, उसमें से 70 से 80 हजार करोड़ के क्रियान्वयन की कार्रवाई चालू हो गई है। विपक्ष ने कई परियोजनाओं के राज्य से बाहर जाने पर हंगामा मचाया, लेकिन हमारे उद्योग मंत्री ने श्वेत पत्र निकालकर स्थिति स्पष्ट कर दी। महाविकास आघाड़ी सरकार ने जो काम अहंकार की वजह से बंद किए जनता का नुकसान किया, उसको हमने फिर से शुरू किए। मुख्यमंत्री शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि हमारी सरकार फेसबुक लाइव से चलने वाली सरकार नहीं है। यह सरकार 24 घंटे ‘एक्शन मोड’ में काम करने वाली सरकार है।मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण मेरे गृह जिला सातारा के हैं, पहले वे मेरे शुभचिंतक थे। लेकिन पता नहीं क्यों मेरे पीछे पड़े हैं? रोज कहते हैं कि राज्य को नया मुख्यमंत्री मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार दिन -प्रतिदिन मजबूत होती जा रही है। पहले 170 विधायकों का समर्थन था, अजित दादा के आने से सत्ता पक्ष के विधायकों की यह संख्या 215 तक हो गई है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के समय सरकार आपके द्वार नहीं, सरकार आपके घर पर था। राज्य में सरकार आपके द्वार योजना के तहत 1 करोड़ 13 लाभार्थी हैं। आप जांच भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड- 19 में जब लोग मर रहे थे तो कुछ लोग पैसा बना रहे थे। शव रखने के बैग की कीमत 200 से 300 रुपए होती है उन्हें 6 हजार रुपए में खरीदा गया। जिसने भी घोटाला किया, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। जिसने भ्रष्टाचार का पाप किया है, उसे हिसाब देना ही होगा। कुछ लोगों ने केकड़े का विषय उठाया। ‘रोकड़े बंद हुए, तो उन्हें केकड़े दिखने लगे’। केकड़ा क्या करता है, सभी को पता है। वह लोगों की टांग खींचता है। नारायण राणे, छगन भुजबल यहां तक कि मनोहर जोशी सर को स्टेज से उतार कर घर भेज दिया गया। लेकिन हमारे साथ बाला साहेब की शिक्षा है हम गलत काम नहीं करेंगे। बार- बार दिल्ली जाने पर होने वाली टिप्पणी का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य की परियोजनाओं के लिए जाते हैं। तुम पर दिक्कत आती थी तो तुम भी जाते थे। हम देश के प्रधानमंत्री से मिलते हैं, वे हमारे पालक हैं। वे देश को ऊपर ले जा रहे हैं, ऐसे में उनसे मदद क्यों नहीं ली जाए। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि विपक्ष में आत्मविश्वास कम नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।