मिल मजदूरों को ठाणे में मिलेंगे घर,जल्द ही निकलेगी घरों की पांचवीं लॉटरी
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik:। सरकार का ठाणे में मिल मजदूरों को घर देने का इरादा है। गृह निर्माण मंत्री अतुल सावे ने विधानसभा में कहा कि ठाणे में 43 हेक्टेयर जमीन है, जिला अधिकारी के सर्वे में 21.88 हेक्टेयर जमीन घर बनाने के लिए मिल सकती है। आने वाले समय में वहां जल्द से जल्द घर बनाकर मिल मजदूरों को दिए जाएंगे।
भाजपा विधायक सुनील राणे ने मिल मजदूरों को घर देने के संबंध में ध्यानाकर्षक प्रस्ताव लाया था । सावे ने अपने उत्तर में कहा कि राणे ने मजदूरों के घरों को लेकर कई मुद्दे उठाए है उन्होंने कहा कि मुंबई में 58 कपड़ा मिलों की जमीन हैं। इनमें से 32 निजी, 25 एनटीसी और 1 एमएसटीसी की है। 11 मिलों के पुनर्विकास के प्रस्ताव निश्चित नहीं है। 10 मिलों में म्हाडा को एफएसआई नहीं होने से कुछ नहीं मिल रहा है। 37 मिलों में से 33 में म्हाडा को 13.78 हेक्टेयर का कब्जा मिल चुका है। म्हाडा की तरफ से 15 हजार 870 फ्लैट बनाए गए हैं। इनमें 13 हजार 760 मिल कामगारों को पात्र ठहराकर 10 हजार 247 फ्लैट दिए गए हैं। बाकी के मिल मजदूरों को जैसे-जैसे घर तैयार होंगे, वे दिए जाएंगे। सावे ने कहा कि बाकी 4 मिलों में 10 हजार 99 मीटर जमीन मिलनी अपेक्षित हैं, वहां का कब्जा मिलने के बाद काम शुरू किया जाएगा।
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दशहरे तक पनवेल के फ्लैटों का वितरण-
पनवेल के कोन में एमएमआरडीए ने मिल मजदूरों के लिए ढाई हजार घर बनाए हैं, लेकिन अभी तक इनका वितरण नहीं हो पाया है? इस सवाल पर सावे ने कहा कि कोविड काल में वहां कोविड केंद्र बनाए गए थे। अभी फ्लैटों के रिपेयर का काम शुरू है। इसे जल्द से जल्द पूरा कर दशहरे के अवसर पर इनके वितरण का काम किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि मिल मजदूरों को घर देने के पहले आवेदन देने की अपील की गई थी, इसमें 1 लाख 74 हजार मजदूरों ने आवेदन किया। मंत्री ने कहा कि वास्तव में इतने मजदूर नहीं हैं। ऐसे में कामगार आयुक्त से मिल मजदूरों की पात्रता तय करने को कहा जाएगा।
मिल मजदूरों को घर देने के लिए अभी तक चार बार वर्ष 2012, 2016 (दो बार) और 2020 में लॉटरी निकाली गई है। जल्द ही पांचवीं लॉटरी निकलने वाली है, इसमें बांबे डाइंग और श्रीनिवास मिल में बने 350 फ्लैटों की चाबियां गिरणी कामगारों को सौंपी जाएगी।