विधायक सटीक सवाल पूछें – सरकार
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik: ,बुधवार को विधानसभा में यह मामला सामने आया कि कामकाज के दौरान विधायक मुख्य मुद्दे से हटकर अनावश्यक बातें करने लगते हैं जिससे सदन का समय बर्बाद होता है। जिसके कारण जितने सटीक सवाल उठा सकते हैं उससे कम ही सवाल – जवाब हो पाते हैं। ध्यानाकर्षण में मामला कोल्हापुर का हो तो इंग्लैंड के बारे में बोलने लगते हैं। भाजपा के योगेश सागर ने कहा कि सदन में उठने वाले सभी सवाल महत्वपूर्ण हैं। हम एक-एक महीने पहले सवाल देते हैं, लेकिन सवाल सूचीबद्ध नहीं होते। आज भी प्रश्नोत्तर में तीन ही प्रश्न और उत्तर हुए हैं। विगत दिवस ध्यानकर्षण आज खिसका दिया गया था इसलिए आज पौने दस बजे ध्यानाकर्षण के लिए आये। लेकिन आज नियमित कामकाज 11 बजे शुरू होने के पहले ( सुबह 9.45 से 10.45 तक ) ली जाने वाली पांच ध्यानाकर्षण में से तीन ही हुई। उन्होंने अध्यक्ष से अनुरोध किया कि सदस्यों को रोजना औचित्य का मुद्दा और प्वाइंट ऑफ इनफार्मेशन रखने का समय दिया जाए। इस पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रश्नोत्तर के एक घंटे में कई – कई उपप्रश्न पूछकर सवाल का दायरा सदस्य ही बढ़ाते हैं। यदि किसी सदस्य को सवाल पूछने की अनुमति नहीं मिलती तो वे उत्तेजित हो जाते हैं। ऐसे में सभी का एकमत होना जरूरी है। कोल्हापुर का ध्यानाकर्षण इंग्लैंड तक पहुंच जाती है। यदि सभी सदस्य सटीक सवाल पूछे तो प्रश्नकाल में पांच – छह सवाल हो सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि सदस्यों को अपने प्रश्न पूछने का अवसर मिलना चाहिए। प्रतिदिन 40 से 50 पॉइंट ऑफ इनफार्मेशन का अवसर नहीं मिलता, लेकिन हमने दिया है। ध्यानाकर्षण को लेकर नियम है, इसकी जानकारी सदस्यों को है। पिछले अधिवेशन में 150 ध्यानकर्षण हुए । इस अधिवेशन में रोजाना 8 से 10 ध्यानकर्षण हो रही है। ध्यानकर्षण पर टू द प्वाइंट प्रश्न और उत्तर मिले तो रोजाना 8 से 10 ध्यानाकर्षण पूरी हो सकती है। सदस्यों को जो आयुध मिले हैं, उसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। चर्चा में भास्कर जाधव ने कहा था कि चर्चा में ऐसी बातें बोली जाने लगती हैं कि मूल सवाल बगल में रह जाता है। चर्चा में जयंत पाटिल ने भी भाग लिया।