मुंबई विश्वविद्यालय के नतीजे समय पर घोषित नहीं होना गंभीर मामला – विधानसभा अध्यक्ष
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik: मुंबई विश्वविद्यालय की परीक्षाएं समय पर नहीं होने और उसके नतीजे घोषित होने में विलंब होने का मामला बुधवार को विधानसभा में उठाते हुए विपक्ष के सदस्यों ने इस पर नाराजगी जताई। जिस पर अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने आदेश दिया कि विश्वविद्यालय के नतीजे समय पर घोषित नहीं हो रहे हैं और मार्क लिस्ट नहीं मिलता तो यह गंभीर है। सरकार इस पर गौर करे तथा जो इसके लिए जिम्मेदार हो उनके खिलाफ कार्रवाई करें। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने राज्य के 22 विश्वविद्यालयों का वार्षिक लेखा तथा लेखा परीक्षण की रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर रखा। इस अवसर पर चर्चा करते हुए कांग्रेस के बाळासाहेब थोरात ने मुंबई विश्वविद्यालय का के नतीजे देर से घोषित होने का मामला उठाया। थोरात ने कहा कि रिपोर्ट पर चर्चा नहीं किया जा सकता यह हमें मालूम है। आप 2013 के बाद की आहवाल एक साथ दे रहे हो। मुंबई विश्वविद्यालय के नतीजे कभी समय पर नहीं लगते। इससे विद्यार्थयों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विद्यार्थी आंदोलन करते हैं यह राज्य को शोभा नहीं देता। नतीजे देर से घोषित किये जाने से मार्क लिस्ट, डिग्री सर्टिफिकेट भी समय पर नहीं मिलते। साल बीत जाने की बाद भी नतीजे नहीं घोषित होते तो यह गंभीर बात है। बीपीएड कोर्स पूरा होने के बाद भी उसका रिजल्ट नहीं लगा है। जिसके कारण मार्क लिस्ट के साथ दिया जानेवाला प्रमाणपत्र भी नहीं दिया गया। जिसका परिणाम यह होता है कि विद्यार्थी को कोर्स पूरा करके भी उनको नौकरी के लिए आवेदन करना तथा आगे की शिक्षा के लिए जाना संभव नहीं होता। कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि जब अहवाल इतना देर से दिया जाता है तो उसके साथ यह भी संक्षिप्त जानकारी दें की अहवाल में क्या है। जिस पर अध्यक्ष ने कहा कि आप उसको पढ़िए तो पता चल जायेगा उस पर लिखा हुआ है।