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सरकार को गैरकानूनी और असंवैधानिक कहना गलत है – फडणवीस

by zadmin

सरकार को गैरकानूनी और असंवैधानिक कहना गलत है – फडणवीस 

मंत्रालय में 40 -40  फीसदी कमीशन लेने पर बोले मुख्यमंत्री सबूत दो तुरंत कार्रवाई करूँगा
संजीव शुक्ल 

मुंबई@nirbhaypathik: महाराष्ट्र विधानमंडल  का  मानसून सत्र 17 जुलाई  सोमवार को शुरू हो रहा है।  इसके पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री द्वारा दी जाने वाली  पारंपरिक  चाय पार्टी के बाद  सहयाद्री  में पत्रकार परिषद को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे , उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री ने संयुक्त रूप से संबोधित किया। उपमुख्यमंत्री  फडणवीस ने सबसे पहले पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष हमेशा की तरह चाय पर आया नहीं इसलिए हमें ही चाय पीना पड़ा।  विपक्ष की तरफ से एक पत्र मिला है लेकिन जैसे विपक्ष को विषय ही नहीं मालुम है। इसलिए पत्र के बजाय ग्रन्थ दिया है। अंततः विधानसभा  यह लोकतंत्र का मंदिर है।  यहां जो भी विषय आएगा उस पर चर्चा करने को तैयार हैं। जो जनहित के प्रश्न हैं उसको न्याय देने का काम हम करेंगें।  अभी तक विरोधी पक्ष इस मानसिकता से नहीं निकले कि सर्वोच्च न्यायालय, निर्वाचन आयोग का जो निर्णय आया है उसको स्वीकार कर सकें । विपक्ष ने राज्य  सरकार को गैरकानूनी और असंवैधानिक कहा है यह गलत है। फडणवीस ने कहा कि हमारी सरकार आयी तो  विदेशी पूंजी निवेश (एफडीआई ) मामले में साल 2022 -23 में महाराष्ट्र पुनः पहले नंबर पर आ गया है। महाराष्ट्र में इस दौरान 2. 38 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने  कहा कि शरद पवार ने पत्र लिखा कि शिक्षा का स्तर गिर गया है और महाराष्ट्र 7वें नंबर पर आ गया है। यह एमबीए का है यहां दस श्रेणी किया गया था। पांच स्थान तक कोई नहीं है।  छठां स्थान चंडीगढ़ का और सातवां महाराष्ट्र का है। पहले पांच स्थान पर कोई राज्य नहीं होने से महाराष्ट्र आगे गया है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि इस सत्र में विधेयक पेश किये  जायेंगें। जो मुद्दा आएगा उस पर राज्य सरकार गौर करेगी। राज्य में अभी भी संतोषजनक बारिश नहीं हुई है। हम इन सब मामलों पर  नजर रखे हुए हैं और सत्र में इस पर चर्चा होगी। । इस अवसर पर दूसरे उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि  सत्र में राज्य के महत्वपूर्ण प्रश्नों पर चर्चा की जाएगी।  वहीं विपक्ष के विभिन्न आयुधों द्वारा उठाये जानेवाले सवालों का समाधानकारक उत्तर दिया  जायेगा। किसानों को उचित सहयोग करने की भूमिका सरकार  की रहेगी। सदन में सत्ता पक्ष के सदस्यों की उपस्थिति रखना।  बहुमत के आधार पर कामकाज करना है इस पर ध्यान रहेगा।  संसदीय कामकाज मंत्री चंद्रकांत पाटिल है।  हमें भी लोकतंत्र मालूम है। हमारे महाराष्ट्र से जो भी  समस्याएं हैं उसका समाधान करने के लिए कामकाज किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मानसून सत्र में जो जनता की अपेक्षा है उसका ध्यान रखते हुए सत्र में सामान्य जनता के हित  में निर्णय  लिए जायेगें।  विधानमंडल में जो -जो भी प्रश्न आयेगें  उनको उचित न्याय देने का काम सरकार करेगी।  विपक्ष असमंजस में दिख रहा है। 210 से अधिक विधायक सरकार में हैं। विधानसभा में चर्चा होनी चाहिए।  विपक्ष के पास जो आयुध हैं उनको उसका उपयोग करना चाहिए। मुख्यमंत्री  शिंदे ने कहा हम तीनों ( शिंदे , फडणवीस , पवार )  विपक्ष के नेता थे। बालासाहब का कहना था कि अच्छे को अच्छा कहो लेकिन सरकार कहीं गलती कर रही है तो उसको बताओ।  लेकिन  यहां विपक्ष कहां है यह खोजना पड़ेगा।  मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि अजित पवार जल्दी आकर काम करते हैं।  हम देर तक काम करते हैं और फडणवीस आलराउंडर हैं। जमकर काम करते ही रहते  हैं और चौके, छक्के मारते रहते हैं। एक सवाल कि  विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने आरोप लगाया है कि मंत्रालय में 40 – 40 फीसदी कमीशन लिया जाता है. इस पर मुख्यमंत्री शिंदे ने उत्तर देते हुए  कहा कि जो – जो प्रमाण है वह दे दो जिसने किया है उसको एक मिनट खड़े नहीं रहने दिया जायेगा ,यानि उसे फौरन हटा दिया जायेगा। इस अवसर पर राज्य में महिलाओं के गायब होने के सवाल पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उसमें से 95 फीसदी महिलाएं वापस आ गयी हैं।  फडणवीस ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आज मोदी जी के  नेतृत्व में देश को आगे ले जाया जा  रहा है  तो नेतओं को लगता है कि उनके नेतृत्व में आना चाहिए  इसलिए वह आ रहे हैं।  शिंदे जी जब आये तो उन्होंने कहा कि हम मोदी जी को ताकत देने के लिए आये हैं।  अजित पवार ने भी कहा कि वह मोदी  के नेतृत्व में काम करने के लिए आये हैं।  शिंदे से भावनात्मक रिश्ता है जबकि अजित पवार से राजनीतिक- उनके इस वक्तव्य पर फडणवीस से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि  शिंदे के साथ हमने एक साथ चुनाव लड़े। अब हम तीनों मिलकर कूटनीति करेंगें।   

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