शरद पवार और अजित पवार की अलग -अलग बैठक आज
संजीव शुक्ल
मुंबई,@nirbhaypathik: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार और अजित पवार इन दो गुटों में बंट गयी है। इन दोनों ने आज 5 जुलाई को मुंबई में ही अलग-अलग जगहों पर बैठक बुलाई है। शरद पवार ने मंत्रालय के पास यशवंत राव चव्हाण प्रतिष्ठान में विधायकों , सांसदों , प्रदेश पदाधिकारी , जिलाध्यक्ष , कार्यकारिणी सदस्य तालुका अध्यक्ष की बैठक बुलाई है. जबकि दूसरी तरफ उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बांद्रा स्थित एमआईटी में अपने समर्थक विधायक, सांसद एवं पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। इस अवसर पर चाचा – भतीजा दोनों के गुट शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। हालांकि अजित पवार गुट के समर्थन में 40 विधायक होने का दावा किया जा रहा है लेकिन इस अवसर पर किस गुट के पास कितने विधायक और सांसद हैं यह साफ हो जायेगा। हालांकि अजित पवार ने दावा किया है कि राष्ट्रवादी पार्टी और चिन्ह दोनों मेरा है और अजित पवार गुट के प्रफुल्ल पटेल ने प्रदेश अध्यक्ष पद से जयंत पाटिल को हटाकर सुनील तटकरे को महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि वह राष्ट्रवादी के कार्याध्यक्ष की हैसियत से यह किये हैं। लेकिन शरद पवार खेमें के जयंत पाटिल ने आज बुधवार 5 जुलाई की बैठक में प्रदेश पदाधिकारी ,विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्ष , जिला अध्यक्ष , कार्यकारिणी सदस्य , तालुका अध्यक्ष, तालुका स्तर के सभी प्रकोष्ठों के सदस्यों को मौजूद रहने की अपील की है। इस बैठक में विधानसभा , विधान परिषद ,लोकसभा , राज्यसभा सदस्यों को मौजूद रहने का आदेश जारी किया गया है। जयंत पाटिल ने कहा है कि हमारी राष्ट्रवादी पार्टी है जबकि हाल ही में हुई वह ‘नोशनल पार्टी ‘ है। इस तरह जयंत पाटिल ने अजित पवार गुट पर तंज कसा है। अजित पवार और उसके गुट के भाजपा के साथ आने पर शिंदे गुट नाराज है। वह कह रहे हैं कि अजित पवार के कारण शिवसेना छोड़ी वही कारण पुनः हमारे सामने आ रहे हैं इस बारे में भारी रोष एकनाथ शिंदे के साथ वाले विधायकों में है। वह कह रहे हैं कि जिनका जिले में विरोध किया वही मंत्री बन गए। इसके कारण असंतोष धीरे-धीरे आगे आएगा यह भी जयंत पाटिल ने कहा। नाशिक, बीड, अहमद नगर , सोलापुर एवं अन्य कई जिलों में शरद पवार दौरा करनेवाले हैं। इसकी शुरुआत नाशिक जिले से होगी उसके पहले दिल्ली में कार्यकारिणी की बैठक होगी। राष्ट्रवादी के 53 विधायक हैं। उसमें से बगावत किये हुए 9 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की है यह भी पाटिल ने बताया। उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनके साथ बने मंत्रियों को अभी महकमा नहीं दिया गया है हालांकि वह मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल हुए। अजित पवार को राजस्व मंत्रालय देने की चर्चा है इस बारे में राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल से जब पूछा गया तो विखे पाटिल ने कहा कि इस बारे में मुख्यमंत्री का फैसला अंतिम होगा । वहीं मंत्रालय प्रेस रूम में एक सवाल के जवाब में शिंदे गुट के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि उनके अजित पवार से अच्छे सम्बन्ध हैं। वहीं मंगलवार को शरद पवार से महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के घटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने मुलाकात की। शरद पवार ने यशवंत राव चव्हाण प्रतिष्ठान में छोटी सी बैठक भी की। वहीं प्रफुल्ल पटेल ने खुलासा किया है कि राष्ट्रवादी के अधिकांश पदाधिकारी पहले भी शरद पवार से यह कह चुके थे कि राष्ट्रवादी को भाजपा के साथ जाना चाहिए लेकिन शरद पवार नहीं माने। वहीं जानकारों के मुताबिक शरद पवार ने जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया था तब यह जतन हुआ था कि अध्यक्ष कोई और बनकर भाजपा की केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार को समर्थन दे दे। केंद्र में सुप्रिया सुले मंत्री बन जायेंगी और राज्य में अजित पवार और अन्य को मंत्रिमंडल में जगह दे दी जाएगी लेकिन शरद पवार ने अपना फैसला बदल दिया और पुनः राष्ट्रवादी अध्यक्ष बन गए तब बात नहीं बन पायी।