राकांपा तोड़ अजित पवार बने शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री, महाराष्ट्र की राजनीति में नया भूचाल
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik:महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव हुआ है। रविवार 2 जुलाई को दोपहर 2.50 बजे विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ जब कि एनसीपी के आठ विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली। उनको राज्यपाल रमेश बैस ने राजभवन के दरबार हॉल में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाई। जिन लोगों ने मंत्रिपद की शपथ ली उनके नाम हैं छगन चंद्रकांत भुजबल , दिलीप दत्तात्रय वलसे पाटिल , हसन मियालाल मुश्रीफ़ , धनंजय पंडित राव मुंडे, धर्मराव बाबा भगवंत राव आत्राम , कुमारी अदिती सुनील तटकरे,संजय बाबूराव बनसोडे, अनिल भाईदास पाटिल। इस अवसर पर विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर , मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित मंत्रिमंडल के सदस्य,विधानसभा के सदस्य , जनप्रतिनिधि आदि मौजूद थे। मुख्यमंत्री शिंदे ने अजित पवार का सरकार में स्वागत किया है। शपथ लेने के बाद अजित पवार ने पत्रकार परिषद की और कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और उसका चुनाव चिन्ह उनका है। वह आगामी चुनाव नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर लड़ेंगें। वहीं शरद पवार ने कहा कि अजित पवार के इस कदम का उन्हें अंदेशा था। वह पार्टी को फिर से बढ़ायेगें। उन्होंने 5 जुलाई को मुंबई नरिमन पॉइंट स्थित यशवंत राव प्रतिष्ठान में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि अजित पवार के साथ 40 पार्टी विधायक हैं। उनके आने से अब शिवसेना-भाजपा – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का यह गठबंधन आगामी लोकसभा और विधानसभा में यह महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। सर्वेक्षण में भी महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से भाजपा – शिवसेना युति को 22 सीटों के आसपास मिलने की संभावना जताई जा रही थी अब इस नए समीकरण में यह गठबंधन 48 में से 48 सीटें जीत सकता हैं ,ऐसी संभावना जताई जा रही है। विधानसभा चुनाव पर भी इसका खासा असर पड़ेगा। भतीजे अजित पवार के निर्णय के विपरीत शरद पवार ने कहा कि वह भाजपा के साथ नहीं जायेंगें और वह महाविकास आघाड़ी के साथ हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस की तरफ से अजित पवार विपक्ष के नेता के तौर पर काम कर रहे थे। आज सुबह उन्होंने विधानसभा सदस्यों की हमेशा की तरह बैठक ली और उसके बाद राजभवन जाकर उन्होंने शपथ ली यह उजागर हुआ । पाटिल ने कहा कि विधानसभा के कुछ सदस्यों ने मंत्रिमंडल में जाने का निर्णय लिया ऐसा दिख रहा है और पार्टी की मंजूरी के बिना उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी के पास जाकर शपथ विधि का यह कार्यक्रम किया है। शिवसेना के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले को कार्याध्यक्ष बनाया जबकि अजित पवार किनारे कर दिए गए थे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पर 70 हजार करोड़ रूपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था उसी अजित पवार से गठबंधन किया। जनता सब देख रही है। Photo-Manish Gupta