राज्य सड़क परिवहन निगम का आधुनिकीकरण कर इसे सशक्त बनाएंगे – मुख्यमंत्री
विशेष संवाददाता
मुंबई(@nirbhaypathik), राज्य सरकार ने यात्रियों की सुविधा के लिए, एसटी के मूलभूत सुविधा के विकास के लिए कई फैसले लिए हैं। साथ ही एसटी कर्मचारियों के हित में भी निर्णय लिया जा रहा है। यह कहना है मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं प्रदान करने के लिए एसटी का आधुनिकीकरण करके इस सार्वजनिक चैनल को सशक्त बनाएंगे।
यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में बुधवार 14 जून को महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एसटी) अमृत महोत्सव वर्षगांठ समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उस समय मुख्यमंत्री कार्यक्रम के अध्यक्ष के तौर पर बोल रहे थे । इस अवसर पर विधायक भरत गोगावले, ‘एसटी’ के राजदूत एवं अभिनेता मकरंद अनासपुरे, परिवहन एवं बंदरगाह विभाग के प्रधान सचिव पराग जैन नैनुटिया, ‘एसटी’ के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शेखर चन्ने, परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार आदि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि एसटी का अमृत जयंती वर्ष और देश की आजादी का अमृत जयंती वर्ष दुग्ध शक्कर योग है। एसटी की 75 साल की लंबी यात्रा है और यह महाराष्ट्र का जनचैनल है। एसटी निगम को ‘बहुजन हिताय बहुजन सुखाय’ के आदर्श वाक्य के अनुसार काम करना चाहिए। एसटी की सेवा गुणवत्तापूर्ण और जनोन्मुखी होनी चाहिए। राज्य सरकार द्वारा 75 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त यात्रा और महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत यात्रा छूट जैसी घोषित योजनाओं को यात्रियों ने बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे कहा, सरकार को लोगों के हित में फैसले लेने चाहिए, कानून भी लोगों के हित में होना चाहिए। सरकार ने पहले भी जनहित के कई फैसले लिए हैं। लगातार बारिश से खराब हुई कृषि के लिए किसानों को 1500 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है। राज्य में मेट्रो परियोजना, सड़कों के निर्माण आदि मूलभूत कार्य तेजी से चल रहे हैं। सार्वजनिक परिवहन को सक्षम करना आवश्यक है। इसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न विकल्प विकसित किए जा रहे हैं। आषाढ़ी वारी के लिए निगम ने पर्याप्त बसों की व्यवस्था की है। राज्य में एसटी बस स्टेशनों के कांक्रीटीकरण को पूरा करने और बसपोर्ट की अवधारणा को लागू करने के लिए पहले चरण में 250 करोड़ रुपये का फंड दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एसटी के लिए यात्री ही सबकुछ हैं। शिंदे ने कहा, सरकार एसटी का चेहरा बदलने का काम कर रही है। निगम के बेड़े में नई इलेक्ट्रिक बसें, वातानुकूलित बसें शामिल की जा रही हैं। निगम के बेड़े में जल्द ही 7 हजार बसें आ जाएंगी। साथ ही, जमीन की उपलब्धता के आधार पर बस स्टेशनों पर मराठी फिल्मों के लिए मिनी थिएटर की एक नई अवधारणा लागू की जाएगी। सरकारी कर्मचारियों की तरह एसटी कर्मचारियों को भी महंगाई भत्ता देने के लिए सरकार सकारात्मक है। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि एसटी बसेस , बस स्थानक साफ़ और सुंदर रखने के लिए नागरिक सहयोग करें। कार्यक्रम की प्रस्ताविकी में निगम के प्रबंध निदेशक चन्ने ने एसटी की विभिन्न योजनाओं और अब तक की प्रगति की जानकारी दी।
कार्यक्रम की शुरुआत में पुणे से अहमदनगर जाने वाली पहली बस के कंडक्टर स्वर्गीय केवट को श्रद्धांजलि दी गई। अमृत महोत्सव महाराष्ट्रीयन लोक वाहिनी की कॉफी टेबल बुक का भी गणमान्य लोगों ने प्रकाशन किया। साथ ही बिना एक्सीडेंट के लगातार 25 साल तक सेवा देने वाले पांच चालकों को सम्मानित किया गया।
एसटी के बारे में संक्षिप्त जानकारी —-—-
@एसटी ने राज्य के 38 हजार गांवों को जोड़ा है और एसटी 97 प्रतिशत लोगों तक पहुंच चुका है .
@एसटी के पास 250 डिपो और 580 बस स्टेशनों के साथ 16 हजार 500 बसें हैं।
@एसटी रोजाना 53 लाख यात्रियों को ट्रांसपोर्ट करता है।
*@75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क यात्रा का लाभ दिया जाता है जबकि महिला सम्मान योजना के तहत सभी प्रकार की यात्रा में 50 फीसदी की किराये में छूट दी जाती है।
@साथ ही अहिल्याबाई होल्कर नि:शुल्क यात्रा योजना के तहत 12वीं तक पढ़ने वाली छात्राओं को घर से स्कूल तक की नि:शुल्क यात्रा की सुविधा दी गई है।
@साथ ही अहिल्याबाई होल्कर नि:शुल्क यात्रा योजना के तहत 12वीं तक पढ़ने वाली छात्राओं को घर से स्कूल तक की नि:शुल्क यात्रा की सुविधा दी गई है।