मनपा स्कूलों के विद्यार्थियों को 15 जून से पहले मिले किताबें – मनपा आयुक्त बांगर
आनंदकुमार पाण्डेय
ठाणे : मनपा स्कूलों के विद्यार्थियों को 15 जून से पहले किताबों को उपलब्ध कराने का निर्देश मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर ने मनपा शिक्षा विभाग को दिया है। आगामी नए शैक्षणिक वर्ष में विदर्भ को छोड़कर राज्य के ठाणे जिले समेत शेष क्षेत्र में सभी प्राथमिक स्कूल 15 जून से खुलने जा रहे हैं। माध्यमिक स्कूलों के 12 जून से खुलने की संभावना है। मनपा आयुक्त बांगर मनपा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ आगामी शैक्षणिक वर्ष की तैयारियों का आकलन करने की बैठक में हिस्सा ले रहे थे। इस बैठक में नए शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए नई पुस्तकों का समय से पहले वितरण करने, मनपा स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता में वृद्धि करने, पठन-पाठन में तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग करने, विद्यार्थियों के गणवेश यानी उनके ड्रेस के लिए नए रंग चुनाव करने, समय से गणवेश को उपलब्ध कराने और स्कूली पाठ्यक्रम से जुड़ी क्रमिक पुस्तकों की उपलब्धता आदि विषयों पर नीति निर्धारण किया गया। पाठ्यपुस्तकों की उपलब्धता :मनपा (स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं) के स्कूलों और अनुदानित स्कूलों की कक्षा पहली से कक्षा आठवीं के सभी विद्यार्थियों को राज्य सरकार की तरफ से क्रमिक पुस्तकें पूर्णतः निःशुल्क रूप से उपलब्ध कराई जाती हैं। जबकि मनपा स्कूलों की 9वीं व 10वीं कक्षाओं के सभी विद्यार्थियों को मनपा प्रशासन अपनी तरफ से क्रमिक पुस्तकों को निःशुल्क उपलब्ध कराती है। इस सन्दर्भ में बालभारती से पुस्तकों की उपलब्धता और खरीद जैसे दोनों ही कार्य को दिनांक 5 जून तक हर हाल में पूरा होना है। स्कूलों के शुरू होने के बाद पुस्तकों को उपलब्ध करना मनपा असफलता की निशानी है। इसका सीधा नुकसान विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए ही मनपा आयुक्त बांगर ने उपरोक्त निर्देश शिक्षा विभाग को दिया है।
स्टेशनरी खरीद की दर: स्कूली विद्यार्थियों के लिए स्टेशनरी खरीदारी के लिए आवश्यक दर निश्चित कर उसकी जानकारी 20 मई तक स्कूली विद्यार्थियों के पालकों को देना होगा। इसके चलते पालकों को भी 15 जून तक या उससे पहले खरीदने में सहूलियत होगी। ऐसे में जब 15 जून को स्कूल खुलेंगे तब उसी दिन पालक स्टेशनरी और पुस्तकों की खरीदारी के बिल स्कूलों में जमा कर सकेंगे। इससे पालकों के बैंक खातों में जल्द से जल्द रुपये हस्तांतरित किये जा सकेंगे। इस विषय से संबंधित निर्देश मनपा आयुक्त बांगर ने शिक्षा विभाग को दिया है।
गणवेश का नया रंग :ठाणे मनपा स्कूलों के विद्यार्थियों के गणवेश (ड्रेस) का रंग बदलने का निर्देश मनपा आयुक्त ने पहले ही दे दिया था। इसके तहत नए गणवेश को चुनने का काम जारी है। इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश मनपा आयुक्त बांगर ने दिया है। मनपा आयुक्त बांगर ने संबंधित अधिकारियों को याद दिलाया कि गणवेश और विद्यार्थियों के आत्मविश्वास में बेहद करीबी नाता है। इसलिए विद्यार्थियों के गणवेश का रंग और उसके टिकाऊपन का ध्यान रखें ताकि विद्यार्थियों का आत्मविश्वास और उनका व्यक्तित्व निखरकर दिखे।
अंग्रेजी माध्यम और सीबीएसई स्कूल :मनपा के वार्षिक बजट में किये गए प्रावधान के अनुसार मनपा द्वारा सीबीएसई स्कूल शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इस योजना के प्रथम चरण में दो सीबीएससी स्कूल शुरू किये जाने हैं। इन दोनों स्कूलों में से एक सीबीएससी स्कूल को एक स्वयंसेवी संस्था तथा दूसरे सीबीएसई स्कूल के माध्यम से शुरू किया जायेगा। इन दोनों स्कूलों को शुरू करने के लिए आवश्यक शर्तों को पूरा करने की प्रक्रिया जारी है। दोनों सीबीएसई स्कूलों के अलावा स्टेट बोर्ड पाठ्यक्रम के तहत मनपा और 10 स्कूलों को शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया गया है। इसके लिए आवश्यक पात्र शिक्षकों की नियुक्ति करने के लिए बैठक में चर्चा की गई। इन दोनों प्रकार के प्रस्तावित स्कूलों को शुरू करने की सभी तैयारियां करके अगले शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
क्षमता वृद्धि के लिए तंत्रज्ञान :कक्षा छठवीं से दसवीं के विद्यार्थियों की क्षमता बढ़ाकर उन्हें और प्रतियोगी वातावरण देने के लिए ठाणे मनपा प्रशासन प्रयासरत है। इसी भाग के रूप में तकनीक का अधिकतम प्रभावी उपयोग किया जाना है। इससे संबंधित बैठक में एक प्रस्तुतीकरण भी किया गया। इसमें केंद्रीय विद्यालयों और एकलव्य स्कूलों में उपयोग में लाई जा रही पद्धति की जानकारी दी गई। बैठक में स्कूलों में मौजूद कम्प्यूटर का उपयोग कर विद्यार्थियों को और अधिक सक्षम बनाने और उन्हें अभ्यासपूर्ण बनाने की प्रेरणा देने वाले शिक्षा और मूल्यमापन पद्धति की विवेचना की गई। इस बैठक में मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर के साथ अतिरिक्त आयुक्त (जोन 2) संजय हेरवाडे, उपायुक्त अनघा कदम, मुख्य लेखा और वित्त अधिकारी दिलीप सूर्यवंशी विशेष रूप से उपस्थित थे।