मुंबई,(निर्भय पथिक):पिछले दस दिनों में मुंबई में कोरोना के मामलों में वृद्धि दर्ज की गयी है. 21 मार्च से दर्ज की जा रही रोगियों की संख्या 61 से बढ़कर 31 मार्च तक 1100 के करीब पहुँच गयी है. इस कारण महानगरपालिका की मेडिकल टीम सतर्क हो गयी है. मुंबई में अधिकांश मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है। लोग घर में ही दवा लेकर ठीक हो रहे हैं।
नवरात्र, फिर रमजान की वजह से बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी है। ऐसे में, महामारी के तेजी से फैले की आशंका है। इसे फैलने से रोकने के लिए महानगरपालिका ने एक बार फिर टेस्टिंग पर जोर देना शुरू कर दिया है। मुंबई शहर और उपनगर में रोजाना 1500 से अधिक लोगों की कोविड जांच की जा रही है। साथ ही, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर भी जोर दिया जा रहा है।
कोरोना के साथ ही स्वाइन फ्लू और एच3एन2 के भी मामले सामने आ रहे हैं। तीनों ही बीमारियों के लक्षण सर्दी, खांसी, बदन दर्द, बुखार है। एक जैसे लक्षण होने की वजह से डॉक्टरों को रोग की पहचान करने में भी दिक्कत हो रही है। तापमान में जारी उतार-चढ़ाव की वजह से भी वायरस को तेजी से फैलने का मौका मिल रहा है।