Home विविधासाहित्य खरी खरी:सुरेश मिश्र

खरी खरी:सुरेश मिश्र

by zadmin

इधर केजरीवाल हैं,उस तट अमृतपाल
दोनों की महिमा गज़ब, दोनों करें बवाल
दोनों करें बवाल,अजब है कारस्तानी
दोनों की ही मदद कर रहे खालिस्तानी
कह सुरेश झाड़ू का खेल अजब है दइया
दिल्ली या पंजाब बचाओ किशन-कन्हैया

सुरेश मिश्र

You may also like

Leave a Comment