सोने की चिड़िया समझ मुंबई को लूटने का प्रयास कर रही है सरकार–
विपक्षी नेता अंबादास दानवे का आरोप
नवीन कुमार
मुंबई (निर्भय पथिक)। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने गुरुवार को सदन में गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मुंबई की संचार और यातायात जैसी गंभीर समस्याओं का समाधान करने में विफल रही है। वह 260 नियम के तहत प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए बोल रहे थे।दानवे ने यह भी आरोप लगाया कि मुंबई सचमुच सोना की चिड़िया है और सरकार इसे लूट रही है।उन्होंने कहा कि अगर सही मायनों में मुंबई के स्वाभिमान को बचाना है तो मुंबई के विकास पर ध्यान देना चाहिए। सरकार को ठेकेदारों के पेट भरने का काम छोड़कर मूलभूत मुद्दों को हल करने पर ध्यान देना चाहिए। मराठी जनता के स्वाभिमान का ध्यान रखा जाए, कोली वार्डों का सीमांकन निर्धारित करने के लिए केंद्र सरकार की अनुमति ली जाए। जलवायु परिवर्तन कार्य योजनाओं को सार्वजनिक धन से वित्तपोषित करने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि मलाड में लगातार आग लग रही है जिससे आम लोगों के घर सड़क पर आ रहे हैं, ऐसे में ध्यान देने की जरूरत है।दानवे ने कहा कि मुंबई से कई कार्यालयों को स्थानांतरित किया जा रहा है। अगर कपड़ा आयुक्तालय मुंबई से बाहर जाता है, तो यह मुंबई के साथ अन्याय होगा।दानवे ने यह कहकर सदन का ध्यान आकर्षित किया कि सड़क के काम, फर्नीचर, सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन आदि में भ्रष्टाचार हुआ है।मुंबई में स्ट्रीट फर्नीचर, सौंदर्यीकरण आदि पर करोड़ों रुपये खर्च कर ठेकेदारों के पेट भरने का काम चल रहा है। उन्होंने सरकार पर पुराने काम को फिर से बनाकर अपनी पीठ थपथपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार विभिन्न कामों में ठेकेदारों को फायदा पहुंचा रही है।