सावरकर का अपमान मामले में विधानसभा दो बार स्थगित
संजीव शुक्ल
मुंबई(निर्भय पथिक): गुरुवार को विधानसभा में वीर सावरकर (विनायक दामोदर सावरकर ) का अपमान कांग्रेस नेता राहुल गाँधी द्वारा किये जाने का मामला जमकर गूंजा। इसे सत्तापक्ष के सदस्यों ने उठाया और इस बारे में माफी मांगने के लिए कहा। इस मामले में हुए भारी हंगामें के कारण सदन का कामकाज दो बार स्थगित करना पड़ा। सत्ता पक्ष के विधायकों ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जब महाराष्ट्र से गुजरी उस दौरान स्वातंत्र्य वीर सावरकर का अपमान किया। संजय शिरसाट ने कहा कि जहां -जहां यात्रा निकली वहां – वहां सावरकर का अपमान किया। बाबासाहेब आंबेडकर को हराया यह वही कांग्रेस है। सावरकर ने देश की स्वतंत्रता में योगदान दिया। सावरकर का अपमान नहीं सहन किया जायेगा। भाजपा के आशीष शेलार ने कहा कि गांधी विदेश गए वहां भी भारत के बारे में अनर्गल बातें की। आशीष शेलार ने कहा कि एक बालासाहेब ठाकरे थे कि जब मणिशंकर अय्यर ने वीर सावरकर का अपमान करनेवाला बयान दिया तो उन्होंने चप्पल मारो आंदोलन किया। राहुल गांधी को सावरकर का अपमान करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायक भू गर्भ गृह में जाकर खड़े हो गए और हंगामा करने लगे। राम सात पुते सहित कई सदस्य राहुल गांधी हाय – हाय के नारे लगा रहे थे। हंगामें के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन का कामकाज दोपहर 12.07 पर 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। 12.1 7 को सदन कामकाज शुरू करने के लिए अध्यक्ष राहुल नार्वेकर अपने आसन पर आये उन्होंने सदस्यों को अपनी जगह पर जाने के लिए कहा। अध्यक्ष ने कहा कामकाज करना है। इस सत्र में अंतिम दो दिन बचे हैं। लेकिन हंगामा जारी रहा सत्ता पक्ष के सदस्य भूगर्भ गृह में जाकर राहुल गाँधी के विरोध में नारे लगा रहे थे। विपक्ष महाविकास अघाड़ी की पार्टियों में एक एनसीपी के सदस्य पहले चुप्पी साधे रहे। कांग्रेस के बालासाहेब थोरातअपने आसन पर खड़े रहे। वर्षा गायकवाड़ कुछ कहने की कोशिश कर रही थी लेकिन उनकी आवाज दबी रही। प्रणिति शिंदे, यशोमति ठाकुर, अमिन पटेल भी खड़े होकर सत्ता पक्ष के इस हंगामे पर प्रतिकार करने की मुद्रा में आये । उस समय कांग्रेस के नाना पटोले,अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण सदन में मौजूद नहीं थे। सत्ता पक्ष के द्वारा राहुल गाँधी के खिलाफ नारे लगातार लगाए जा रहे थे । भाजपा के अतुल भातखलकर ने स्वतंत्र वीर सावरकर का बखान करते हुए उन्हें महापुरुष बताया। इस दौरान कांग्रेस के बालासाहेब थोरात ने राहुल गाँधी के बारे में की गयी गलत बात को रिकॉर्ड से निकालने के लिए कहा। हंगामा जारी होने के कारण अध्यक्ष ने सदन का कामकाज 12 .19 पर दोबारा आधे घंटे के लिए स्थगित करने की घोषणा की। 12.49 पर अध्यक्ष आसन पर आये और सदन का कामकाज फिर शुरू हुआ। विपक्ष के नेता अजित पवार ने विधानसभा में कहा कि आज सुबह 11 बजे से पहले विधान भवन की सीढ़ियों पर राहुल गाँधी का फोटो था उसको सत्ताधारी सदस्यों द्वारा चप्पल मारने का आंदोलन किया गया। इस चप्पल मारने की घटना का हम निषेध करते हैं। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वीर सावरकर की सराहना करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता अजित पवार ने जो बोला वह योग्य है विधान भवन में चप्पल मारने की घटना नहीं हो यह देखना पड़ेगा। लेकिन यह भी अनुचित है कि स्वातंत्र्य वीर सावरकर के बारे में हीन बात की जाती है। सावरकर 11 वर्ष कोल्हू का बैल बनकर सजा भोग रहे थे लेकिन भारत माता की जय बोल रहे थे। भगत सिंह ने उनका चरित्र छापकर बांटे थे। क्या वह भगत सिंह से बड़े हैं। सत्तापक्ष की तरफ से चप्पल मारने के आंदोलन का हम निषेध करते हैं किसी को भी चप्पल मारने का आंदोलन न हो लेकिन देश के महान वीर सावरकर के बारे में भी गलत नहीं बोलना चाहिए। कोई गलत बात आयी हो तो उसे रिकॉर्ड से निकाल दो और सदन का कामकाज शुरू करो। अध्यक्ष ने खड़े सदस्यों को कहा कि बैठिये रूलिंग देनी है। उसके बाद उन्होंने रूलिंग दिया और कहा कि विधान भवन के परिसर में असंसदीय कार्य हो रहा है इसकी पूरी जाँच करेंगे। विधि मंडल परिसर में ऐसा नहीं होना चाहिए ,नहीं तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। निषेध व्यक्त करने के लिए योग्य आयुध का उपयोग करो। नोटिस आयी नहीं है इसलिए कामकाज आगे बढ़ाओ। उसके बाद सदन का आगे कामकाज शुरू हुआ।