शिशु को लेकर विधान भवन पहुंची विधायक,बैरंग वापस लौटीं
विशेष संवाददाता
मुंबई,(निर्भय पथिक ): नासिक स्थित देवलाली की विधायक सरोज अहिरे सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन अपने दुधमुंहे बच्चे को लेकर मुंबई विधान भवन पहुंची। लेकिन बच्चे को रखने के लिए बनाये गए हिरकणी कक्ष में साफ- सफाई और उचित सुविधा नहीं होने से उन्होंने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने मीडिया से कहा कि इस धूल में मैं अपने बच्चे को नहीं रख सकती इसलिए मुझे जाना पड़ रहा है। वह इस समय काफी भावुक हो गयी थी। उन्होंने आठ दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करनी चाही ,लेकिन अध्यक्ष से मुलाकात नहीं होने पर उन्होंने प्रधान सचिव को हिरकणी कक्ष स्थापित करने के लिए पत्र दिया था। उन्होंने कहा कि वह उत्साह से काम करने के लिए विधानसभा में यहाँ आयी थी। लेकिन शिशु के लिए यहां कोई उचित व्यवस्था नहीं दिख रही है। भारी धूल हाल में है। ऐसी स्थित में मैं अपने बीमार बच्चे को नहीं रख सकती। इसलिए मुझे जाना पड़ रहा है। गोली देकर बच्चे को लाई हूँ। माँ का पहला कर्तव्य है कि केवल बच्चे के लिए रहना चाहिए ,लेकिन एक सिक्के के दो पहलू हैं। विधायक होने के कारण मैं जनता के प्रति अपना कर्तव्य निभाने आयी थी लेकिन इस धूल में अपने बच्चे को नहीं रख सकती। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत राज्य के सभी कार्यालयों में महिलाओं के लिए व्यवस्था करें।ऐसी मांग सरोज अहिरे ने की। ज्ञातव्य है कि नागपुर शीतकालीन सत्र में भी सरोज अहिरे अपने नवजात शिशु को लेकर आयी थी। वह राष्ट्रवादी कांग्रेस की विधायक हैं।