राधाकृष्ण विखे पाटिल ने थोरात पर साधा निशाना
विशेष संवाददाता
मुंबई :,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहब थोरात ने नाना पटोले पर नाराजगी जताते हुए पार्टी आलाकमान के पास विधिमंडल पार्टी नेता से इस्तीफ़ा दे दिया ऐसी चर्चा मंगलवार को जमकर हुई। उसके बाद थोरात के प्रतिद्वंदी एवं उसी जिला के भाजपा नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। ‘2019 साल में कांग्रेस बचाने के लिए मैं बाजी प्रभु देशपांडे की भूमिका निभाउंगा कहनेवाले असहाय क्यों हो गए ?” राज्य में जारी इस्तीफ़ा मामले पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का विखे पाटिल मंत्रालय में जवाब दे रहे थे।
नाशिक स्नातक विधानपरिषद चुनाव के नतीजे के बाद राज्य में विभिन्न चर्चाएं होने लगी है। इस बारे में विखे पाटिल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नाशिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी के विधिमंडल के पार्टी नेता, पार्टी आलाकमान को इस्तीफ़ा भेजने की बात करते हैं , उनका उनके पार्टी प्रदेश अध्यक्ष से नहीं जमता इसलिए कहते हैं। इसमें कई मामलों पर आश्चर्य होता है। नाशिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से महाविकास आघाड़ी से अधिकृत उम्मीदवार था और कांग्रेस पार्टी यह महाविकास अघाड़ी का घटक पक्ष है लेकिन कांग्रेस ने महाविकास अघाड़ी का उम्मीदवार चुन कर लाने का प्रयास क्यों नहीं किया यह बड़ा सवाल सभी के सामने है। विखे पाटिल ने कहा कि जब नाशिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से महाविकास अघाड़ी का प्रचार करना था उस समय तुम बीमार थे। चुनाव समाप्त होने पर तुम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर भूमिका स्पष्ट करने लगे फिर तो चुनाव में भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा प्रचार कर सकते थे। सुविधा के अनुसार राजनीति करने के दिन अब लद गये। लोगों को सच्ची स्थिति की जानकारी है इसलिए बिना वजह लोगों की आँखों में धुल झोंकना ठीक नहीं है। कांग्रेस में भी तुम्हें कोई पूछता नहीं है। तुम राष्ट्र्रीय अध्यक्ष के पास जाकर झगड़ा करो चाहे महाराष्ट्र के प्रभारी हैं उनके पास जाकर झगड़ा करो , लेकिन पार्टी के अंतर्गत झगडे का असर महाविकास अघाड़ी पर हुआ है।