बैंक ऑफ बड़ौदा मना रहा है स्वच्छता पखवाड़ा, जुहू बीच पर चलाया सफाई अभियान
मुंबई: बैंक ऑफ बड़ौदा देश भर में अपने कार्यालयों और शाखाओं में “स्वच्छता पखवाड़ा” मना रहा है। इसका समापन 31 जनवरी को होगा। यह बैंक स्वच्छता और साफ-सफाई बनाए रखने और एक बार उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक से बचने के महत्व के संदेश को फैलाने में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। बैंक ने शनिवार को जुहू बीच पर 100 से अधिक कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी के साथ एक सफाई अभियान चलाया। यह बैंक साफ़-सफ़ाई, स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूकता फ़ैलाने और एक बार उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए एक वॉकथॉन भी आयोजित कर रहा है। इसके अलावा, यह बैंक विभिन्न स्कूलों में क्विज़, पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिताओं जैसे कार्यक्रमों और आयोजनों की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है।स्वच्छता पखवाड़ा भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है।
इस पखवाड़े के दौरान, बैंक ऑफ़ बड़ौदा मुंबई में अपने कॉर्पोरेट कार्यालय सहित 100 से अधिक स्थानों पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर रहा है और पर्यावरण की सुरक्षा करते हुए संवहनीय जीवन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के रूप में और स्वच्छ और हरित भारत की दिशा में योगदान दे रहा है। बैंक सार्वजनिक स्थानों पर, जैसे कि सरकारी अस्पताल / सार्वजनिक परिवहन स्थानकों / रेलवे स्टेशनों / समुद्र तट आदि पर अपने कर्मचारियों और आम जनता की सक्रिय भागीदारी के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान चला रहा है। इसके तहत सड़क पर सामान बेचने वाले लोगों/ रिक्शा चालकों / सड़क साफ़ करने वाले लोग / ट्रैफिक पुलिस / असंगठित मज़दूरों और पिछड़ों, आदि के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किये जा रहे हैं. इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक ललित त्यागी ने कहा, “एक ज़िम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक के तौर पर, यह बैंक सतत जलवायु के परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के साथ-साथ एक स्वच्छ भारत के प्रति सकारात्मक असर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। धरती की हरियाली को सदैव बरकरार रखने के संकल्प के साथ, बैंक कई हरित पहलों को लागू करने जैसे आंतरिक कामकाज हेतु जैसे पेपरलेस ऑफिस,मुंबई के कॉर्पोरेट कार्यालयों में पानी का उपयोग नहीं होने वाले शौचालयों की स्थापना, देश भर की सभी शाखाओं में एल.ई.डी. लाइट लगवाना जैसे उपक्रमों के जरिये इस दिशा में अपना योगदान दे रहा है। 170 बैंक शाखाओं का संचालन केवल सौर ऊर्जा की मदद से किया जा रहा है।