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महाराष्ट्र को बदनाम करने की ठाकरे परिवार की साजिश को उद्योग जगत ने किया विफल

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महाराष्ट्र को बदनाम करने की ठाकरे परिवार की साजिश को उद्योग जगत ने विफल किया-प्रवीण दरेकर

नवीन कुमार
मुंबई। उद्योग क्षेत्र में महाराष्ट्र की नकारात्मक प्रतिमा निर्माण करने की ठाकरे पिता-पुत्र की साजिश को उद्योग जगत ने विफल किया है। दावोस में हुए विश्व आर्थिक सम्मेलन में महाराष्ट्र को निवेश के लिए जबरदस्त प्रतिसाद से यह बात स्पष्ट हो गई है। सम्मेलन के पहले ही सत्र में महाराष्ट्र को 1.37 लाख करोड़ के औद्योगिक निवेश के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर वैश्विक उद्योग जगत क्षेत्र ने  महाराष्ट्र को अपनी पसंद की वरियता देकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार पर विश्वास दिखाया है। यह बयान विधान परिषद के पूर्व विरोधी पक्ष नेता एवं भाजपा विधायक प्रवीण दरेकर ने बुधवार को दिया। उन्होंने भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकार परिषद को संबोधित किया। इस अवसर पर  प्रदेश सचिव अखिलेश चौबे, मीडिया प्रमुख नवनाथ बन, प्रवक्ता आसिफ भामला भी उपस्थित थे। पिछले साल मई महीने में हुए विश्व आर्थिक सम्मेलन में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नहीं गये जबकि आदित्य ठाकरे सम्मेलन में शामिल होने के बहाने स्विट्जरलैंड में पिकनिक मना रहे थे। इस प्रकार की टिप्पणी भी विधायक दरेकर ने की। 
महाराष्ट्र से उद्योग बाहर जा रहे हैं। इस प्रकार का झूठा प्रचार कर उद्धव और आदित्य ठाकरे ने शिंदे-फडणवीस सरकार के विरोध में झूठा प्रचार करने का अभियान छेड़ा व उद्योग विश्व में महाराष्ट्र की प्रतिमा मलिन करने का जानबूझ कर प्रयत्न किया। परंतु ठाकरे परिवार के आरोप सरासर झूठे और सिर्फ राजनीतिक निराशा  के चलते किये जा रहे हैं। हर बार यह स्पष्ट हुआ है। अब दावोस सम्मेलन में महाराष्ट्र को मिले प्रतिसाद से ठाकरे पिता-पुत्र का महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। इस प्रकार का जवाबी हमला उन्होंने बोला है। 
शिंदे-फडणवीस सरकार ने दुनिया भर के निवेशकों में महाराष्ट्र के बारे में फिर से विश्वास निर्माण किया है। रियायतों की गारंटी, वेगवान मंजूरी प्रतिक्रिया और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढाँचा की सुविधा सहित उद्योगों के सामने अड़चन निर्माण करने वाली प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने का आश्वासन सरकार की ओर से दिये जने पर राज्य में फिर से उद्योगों के अनुकूल माहौल निर्माण हुआ है।  ठाकरे सरकार के कार्यकाल के दौरान उद्योग क्षेत्र के लिए निर्माण हुआ संकट अब टल गया है और विकास की रफ्तार नये जोश के साथ शुरू हुई है। जिसकी वजह से भविष्य में रोजगार, औद्योगिकीकरण, बुनियादी सुविधा और एक समृद्ध जीवन शैली का अनुभव महाराष्ट्र में मिलेगा। इस प्रकार का विश्वास विधायक दरेकर ने व्यक्त किया है। 

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