मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में दावोस में 88 हजार 420 करोड़ के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर
50 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार
नवीन कुमार
मुंबई: स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमी फोरम में निवेशकों ने महाराष्ट्र में निवेश के लिए जिस तरह से उत्साह दिखाया ,उससे यह स्पष्ट हो गया कि विदेशी निवेशकों के लिए महाराष्ट्र अनुकूल और आकर्षित करने वाला राज्य है। दो दिन में महाराष्ट्र ने 88 हजार 420 करोड़ रुपए के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। पहले दिन भी 45 हजार 900 करोड़ रुपए के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह जानकारी राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में विभिन्न कंपनियों के साथ सामंजस्य करार किए गए। इसके जरिए लगभग 50 हजार युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री शिंदे ने दावोस में महाराष्ट्र पवेलियन का भी उद्घाटन किया। यह पवेलियन आकर्षण का केंद्र है। यहां महाराष्ट्र के बारे में जानकारी लेने के लिए कई प्रतिनिधियों की भीड़ जुटी रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि दावोस में पहले दिन 45 हजार करोड़ से अधिक के निवेश करार होने से यह बात सिद्ध हो गई कि निवेशकों का महाराष्ट्र पर विश्वास बना हुआ है।जिन निवेश पर समझौते किए गए उनमें से अमेरिका की कंपनी न्यू एरा क्लिनटेक सोल्युशन चंद्रपुर जिला के भद्रावती में 20 हजार करोड़ रूपए का निवेश कर कोल गैसीफिकेशन प्रकल्प लगाएगी। ब्रिटेन की वरद फेरो अलाइज गडचिरोली के चार्मोशी में एक हजार 520 करोड़ का स्टील प्लांट, इजरायल की राजूरी स्टील्स एंड अलाइज चंद्रपुर के मूल में 600 करोड़ का स्टील प्लांट, पुर्तगाल की एलाइट प्लास्ट ऑटोसिस्टम पुणे के पिंपरी में 400 करोड़ का प्लास्टिक ऑटोमोटिव प्लांट के साथ गोगोरो इंजीनियरिंग व बडवे इंजीनियरिंग भी 20 हजार करोड़ रूपए का निवेश करके ऑटो प्लांट लगाएगी। इससे पहले हुए निवेश समझौता के मुताबिक पुणे में 250 करोड़ रुपए की लागत से रूखी फूड्स की ग्रीनफील्ड फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जाएगा। इससे राज्य की फूड प्रोसेसिंग क्षमता काफी हद तक बढ़ जाएगी। इसके अलावा औरंगाबाद में 12 हजार करोड़ के निवेश वाली ग्रीनको रिन्युएबल एनर्जी की परियोजना लगाई जाएगी। इस परियोजना से 6 हजार 300 लोगों को रोजगार मिलेगा। महाराष्ट्र में शहरी बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए बर्कशायर-हैथवे कंपनी से 16 हजार करोड़ रुपए के निवेश के लिए समझौता करार पर हस्ताक्षर किए गए। जापान की निप्रो कॉर्पोरशन पुणे के नजदीक 1 हजार 650 करोड़ के निवेश से ग्लास ट्यूबिंग परियोजना लगाएगी। इससे महाराष्ट्र के दवा निर्माण उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और 2 हजार रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मुंबई में इंडस कैपिटल पार्टनर्स 16 हजार करोड़ की निवेश परियोजना लेकर आएगी। इससे स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी, रक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान की जा सकेगी। बर्कले स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के साथ मुंबई महानगर में स्मार्ट विलेज बनाने के लिए सामंजस्य करार किया गया। सामंजस्य करार के मौके पर उद्योग मंत्री उदय सामंत, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव भूषण गगराणी, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ. हर्षदीप कांबले, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एमआईडीसी- विपिन शर्मा आदि मौजूद थे।मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावोस स्थित महाराष्ट्र पवेलियन में ब्रिटेन के सबसे अधिक खपत वाले अखबार ”द डेली मेल” से कहा कि ब्रिटेन को महाराष्ट्र में और निवेश करना चाहिए और आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मुंबई और महाराष्ट्र में चल रहे इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना की विस्तार से जानकारी दी। शिंदे ने मुंबई और नागपुर के बीच बनने वाले हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे समृद्धि राजमार्ग सहित मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक की जानकारी देते हुए अगले दो वर्षों के लिए मुंबई महानगर क्षेत्र की विकास योजनाओं की जानकारी दी। सिंगापुर की सूचना एवं दूरसंचार मंत्री जोसेफाइन टिओ ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र में सुविधाओं पर चर्चा की।
जापान बैंक के कार्यकारी प्रबंध निदेशक शिगेतो हाशियामा ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जापानी बैंक के सहयोग से स्थापित किए गए देश के ग्यारह औद्योगिक क्षेत्रों में सुपा एमआईडीसी औद्योगिक पार्क स्थल पर बिजली, पानी और कनेक्टिविटी प्रदान की जा रही है। यहां उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया है ।