सिसक सिसककर रो रहे,अपने ‘कजरीवाल’
चाबुक सुप्रिम कोर्ट का,उघड़ रही है खाल
उघड़ रही है खाल,माल देकर सरकारी
वाशिंगटन-दुबई तक,झाड़ू बनी ‘पियारी’
कह सुरेश कविराय न कुर्सी जाय खिसककर
सिसोदिया घुंघरू से बोले आज सिसककर
सुरेश मिश्र
सिसक सिसककर रो रहे,अपने ‘कजरीवाल’
चाबुक सुप्रिम कोर्ट का,उघड़ रही है खाल
उघड़ रही है खाल,माल देकर सरकारी
वाशिंगटन-दुबई तक,झाड़ू बनी ‘पियारी’
कह सुरेश कविराय न कुर्सी जाय खिसककर
सिसोदिया घुंघरू से बोले आज सिसककर
सुरेश मिश्र