Home राष्ट्रपर्यावरण बैंक ऑफ बड़ौदा ने किया 19 से मिलिंद सोमन के साथ ग्रीन राइड के दूसरे भाग के शुभारंभ की घोषणा

बैंक ऑफ बड़ौदा ने किया 19 से मिलिंद सोमन के साथ ग्रीन राइड के दूसरे भाग के शुभारंभ की घोषणा

by zadmin

बैंक ऑफ बड़ौदा ने किया 19 से मिलिंद सोमन के साथ ग्रीन राइड के दूसरे भाग के  शुभारंभ की घोषणा 

मुंबई: बैंक ऑफ़ बड़ौदा के ग्रीनराइड  अभियान के दूसरे भाग का शुभारम्भ 19 दिसंबर को मुंबई में किया जा रहा है. इसकी घोषणा शुक्रवार को की गयी.  पर्यावरण और स्वास्थ्य के इस मिले जुले पहल के तहत, मिलिंद सोमन  एक साइकिल और एक इलेक्ट्रिक स्कूटर पर 8 दिनों की स्थायी यात्रा शुरू करेंगे, इससे पर्यावरण के अनुकूल परिवहन, एक हरित जीवन शैली, स्वास्थ्य और फिटनेस के महत्व को दर्शाया जायेगा. 

1400 किलोमीटर लम्बी इस ग्रीन राइड को 19 दिसंबर को मुंबई से हरी झंडी दिखाई जाएगी और 26 दिसंबर  को मंगलुरु में इसकी समाप्ति होगी। रास्ते में मिलिंद पुणे, बेंगलुरु और मैसूर भी जाएंगे। वह प्रत्येक शहर में बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मचारियों, ग्राहकों और उनके प्रशंसकों के साथ स्वच्छ हवा के महत्व का संदेश देंगे, लोगों को परिवहन के टिकाऊ और ऊर्जा-कुशल साधनों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे और फिटनेस को अपने दैनिक जीवन में प्राथमिकता देने पर मार्गदर्शन भी करेंगे. ।

इस अभियान के अवसर पर, बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक और सीईओ संजीव चड्ढा ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए अब हम सभी को काम करने की आवश्यकता है ।प्रदूषण के कई हानिकारक प्रभाव होते हैं और अधिक स्थायी जीवन शैली की दिशा में छोटे-छोटे कदम उठाकर, हम भी एक हरित पर्यावरण के लिए ज्यादा से ज्यादा योगदान दे सकते हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा को ग्रीन राइड के लिए  मिलिंद सोमन के साथ अपने सहयोग को जारी रखने पर गर्व है ।

श्री चड्ढा ने आगे कहा “बैंक ऑफ बड़ौदा में, हमने कुछ महत्वपूर्ण पहल की हैं जो पर्यावरण को बचाने  में मदद करेंगी। “एक पेड़ लगाओ” नामक एक अनोखी पहल के तहत, बैंक अगले तीन वर्षों में वितरित प्रत्येक ऑटो ऋण या गृह ऋण के लिए अपने ग्राहकों की ओर से एक फलदार पेड़ लगाएगा। हमने इंटरनल अप्रूवल के लिए पेपरलेस ऑफिस भी लागू किया है, जिससे पूरे संगठन में कागज के उपयोग में काफी कमी आई है,” ।

मिलिंद सोमन ने कहा,कि अगर हमारे पास सांस लेने के लिए शुद्ध हवा नहीं है तो यह विकास और प्रगति किसी काम की नहीं रह जाएगी. । यदि हम में से प्रत्येक व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में बदलाव लाता है – वाहन चलाने के बजाय कम दूरी के लिए पैदल चले, साइकिल चलाएं, पौधा लगाएं, फिर से उपयोग/रीसायकल करें तो  हम सामूहिक रूप से अपने पर्यावरण में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में सक्षम होंगे। पिछले साल पहली ग्रीन राइड का मेरा अनुभव शानदार था, पूरी यात्रा के दौरान लोगों द्वारा दिखाया गया उत्साह और रुचि मेरी यादों में अभी भी ताजा है।  

फोटो :मनीष गुप्ता

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