लालू की यह प्रीत है,या अनंत की जीत
या वोटर हो गए थे, गुंडों से भयभीत
गुंडों से भयभीत,सात दल की थी भक्ती
दिखा न पाए लोग, लालटेन की शक्ती
कह सुरेश कविराय संग सत्ता थी चालू
लेकिन फिफ्टी फिफ्टी पर ही लटके लालू
सुरेश मिश्र
लालू की यह प्रीत है,या अनंत की जीत
या वोटर हो गए थे, गुंडों से भयभीत
गुंडों से भयभीत,सात दल की थी भक्ती
दिखा न पाए लोग, लालटेन की शक्ती
कह सुरेश कविराय संग सत्ता थी चालू
लेकिन फिफ्टी फिफ्टी पर ही लटके लालू
सुरेश मिश्र