अहमदाबाद,गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा किया है। इसके बाद ही पार्टी में पाला बदलने का क्रम शुरू हो गया है। दरअसल, शुक्रवार को सीनियर लीडर इंद्रनील राजगुरु ने एक बार फिर पलटी मारी है। वह आम आदमी पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। आम आदमी पार्टी में जाने से पहले भी वह कांग्रेस में ही थे। वह आप में राष्ट्रीय संयुक्त सचिव थे। पार्टी में उनका स्वागत करते हुए कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने कहा, इंद्रनील राजगुरु जी एक विचारधारा से जुड़े हुए थे और आज उसी विचारधारा के साथ काम करने के लिए यह पुनः कांग्रेस परिवार में शामिल हो रहे हैं।
राजगुरु ने कहा, मुझे हमेशा लगता था कि भाजपा देश के लिए एक बुरी पार्टी है और उसे गुजरात में हराना ज़रूरी है। इसलिए मैं आप में गया था ताकि भाजपा को हरा पाएं। लेकिन मैंने पाया कि जैसे भाजपा लोगों को मूर्ख बनाती है वैसे ही आप भी लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश करती है।
उधर, राजगुरु के पार्टी छोड़ने के तुरंत बाद ही आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने उनपर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि वह पार्टी में टिकटों की सौदेबाजी कर रहे थे। 15 विधानसभा सीटों पर अपनी पसंद के प्रत्याशी चाहने के साथ ही मुख्यमंत्री पद के लिए खुद को चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे थे। परन्तु आम आदमी पार्टी लोगों की पार्टी हैं। उनकी इच्छा पूरी करना हमारा कर्तव्य है।
बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) ने इसुदान गढ़वी को शुक्रवार को गुजरात में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है।
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने राज्य में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार इसुदान गढ़वी को बनाया हैं। गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में 89 सीटों पर एक दिसंबर को मतदान होगा तथा शेष 93 सीटों पर पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना 8 दिसंबर को होगी।