Home मुंबई-अन्य खरी-खरी:अशोक वशिष्ठ

खरी-खरी:अशोक वशिष्ठ

by zadmin

खरी-खरी
गणराया हे गजानन, कुछ कर दो महाराज।

चिंताओं से मुक्त हो, जन-जन और समाज।।

जन-जन और समाज, खत्म सब हों बीमारी।

सभी रहें सानंद, नहीं हो कोई दुखारी।।

दु:खों का हो नाश, कष्ट का करो सफाया।

भारत पर अपनी कृपा, कर दो गणराया।।
अशोक वशिष्ठ 

You may also like

Leave a Comment