ठाणे मनपा क्षेत्र में सड़कों के गड्ढों को लेकर घमासान
पथिक संवाददाता
ठाणे: ठाणे मनपा प्रशासन बारिश के दौरान सड़कों पर निकले गड्ढों को लेकर गफलत पैदा कर रहा है। सड़कों पर निकले गड्ढों को लेकर प्रशासनिक स्तर पर जो आंकड़े सार्वजनिक किए गए हैं, उसे स्थानीय स्तर पर चुनौती दी जा रही है। एक ओर जहां ठाणे मनपा प्रशासन का दावा है कि शहर में सड़कों पर गड्ढे नहीं के बराबर है तो वही नागरिकों का दावा है कि अभी भी शहर में सड़कों पर निकले गड्ढों की संख्या सैकडों में नहीं बल्कि हजारों में है। ये गड्ढेे शहर के आंतरिक भाग से होकर मुख्य सड़क से जुडनेवाले सड़कों पर देखे जा सकते हैं।
गणेशोत्सव की राह में गड्ढों की बाधा:गणराया का आगमन होने वाला है लेकिन उसके पहले ही गणराया के स्वागत में सबसे बड़ी बाधा ठाणे शहर की सड़कों पर निकले गड्ढे बने हुए हैं। ठाणे मनपा प्रशासन जिस अंदाज में गड्ढे भरने का दावा कर रहा है, उससे साफ प्रतीत हो रहा है कि सच्चाई को नकारने का प्रयास किया जा रहा है ।
शहर में 1200 गड्ढे;ठाणे मनपा प्रशासन का दावा है कि बारिश के दौरान शहर में लगभग 1200 गड्ढे सड़कों पर निकले। उनमें से अधिकांश को भर दिया गया है। जबकि 100 के आसपास ही गड्ढे भरने को शेष हैं। लेकिन सच्चाई इसके उलट कहीं जा रही है। 2500 से अधिक गड्ढों का दावा:ठाणे शहर की आंतरिक और बाहर की ओर जाने वाली सड़कों पर निकले गड्ढे का यदि निष्पक्षता से सांख्यिकी आकलन किया जाए तो अब भी ठाणे शहर में ढाई हजार से अधिक गड्ढे सड़कों पर है। जिसे अब तक भरा नहीं गया । लेकिन ठाणे मनपा प्रशासन केवल गड्ढे भरने के दावे की ही खानापूर्ति कर रहा है।
अकेले घोड़बंदर रोड पर ही हजारों गड्ढे:ठाणे घोड़बंदर रोड पर ही अब भी हजारों की संख्या में गड्ढे हैं। जिसे भरा ही नहीं गया। निश्चित तौर पर स्थिति गणेश भक्तों के लिए चिंता का विषय है।
नए गड्ढे 26 जुलाई के बाद के – मनपा :विदित हो कि मनपा प्रशासन ने सड़कों पर निकले गड्ढों को लेकर जो आंकड़ा प्रस्तुत किया है, वह 26 जुलाई के बाद के गड्ढे हैं। जबकि 26 जुलाई से पहले ठाणे की सड़कों पर गड्ढों की संख्या 965 थी। लेकिन 26 जुलाई से लेकर अब तक सड़कों पर निकलने वाले गड्ढों की संख्या में निश्चित तौर पर वृद्धि हुई है।
सर्वेक्षण में मिले सिर्फ 1149 गड्ढे:ठाणे मनपा प्रशासन का कहना है कि इस दौरान 1149 गड्ढे सड़कों पर निकले। जिनमें से 1006 गड्ढे भरे जा चुके हैं। शेष गड्ढों को जल्द ही भरा जाएगा। दूसरी ओर ठाणे महानगरपालिका सूत्रों का कहना है कि सड़कों पर निकले गड्ढे के मामले में दिवा के बाद कलवा, वर्तकनगर प्रभाग समिति का नंबर आता है। जबकि सबसे कम गड्ढे मुंब्रा में देखे गए। बारिश के दौरान मुंब्रा में केवल 43 गड्ढे निकले। यहां के गड्ढों की भी भराई की गई। लेकिन 45 में से 17 गड्ढे अभी तक नहीं भरे गए हैं।
मनपा का दावा झूठा:ठाणे मनपा प्रशासन के इस दावे को एक स्थानीय समाजसेवी रौनक सिरे से खारिज करते हैं। रौनक का कहना है कि गड्ढे के आंकड़े को ठाणे मनपा प्रशासन छिपा रहा है जो निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। उनका कहना है कि मुंब्रा कौसा की आंतरिक सड़कों पर निकले गड्ढों की संख्या हजारों से भी अधिक है। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर उसे छिपाया जा रहा है जो निश्चित तौर पर चिंता का विषय है।