दही हांडी उत्सव बनेगा एडवेंचर स्पोर्ट- कल्याण सांसद श्रीकांत शिंदे
पथिक संवाददाता,
ठाणे : दही हांडी को जल्द मिलेगा एडवेंचर स्पोर्ट का दर्जा मिलेगा. उक्त जानकारी सांसद श्रीकांत शिंदे ने दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मांग की गई है कि दही हांडी उत्सव को साहसिक खेल का दर्जा दिया जाए और खेल को प्रो-कबड्डी की तर्ज पर प्रतियोगिता हो और राज्य सरकार हर गोविंद का बीमा करें. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को प्रस्ताव दिया गया है कि अगर नौवीं कक्षा से इस खेल को स्कूलों में खेल के रूप में शामिल किया जाता है, तो अच्छे गोविंदा पैदा होंगे और इसे जल्द ही मंजूरी भी दी जाएगी.
पारंपरिक व साहसी खेल;सांसद शिंदे ने ठाणे में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दही हांडी एक पारंपरिक त्यौहार के साथ ही यह एक साहसिक खेल भी है. इसलिए इस फेस्टिवल को एडवेंचर स्पोर्ट बनाने की कोशिश की जा रही है. सांसद शिंदे ने कहा कि उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से चर्चा की है और वह जल्द ही कोई फैसला लेंगे. यह खेल साल में सिर्फ एक बार खेला जाता है और उस दौरान सिर्फ अभ्यास किया जाता है. इस खेल के नियमित अभ्यास की कमी के कारण गोविंदा फिट नहीं हैं और उन्हें स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है. सांसद शिंदे ने यह भी कहा कि यदि इसे खेलों में शामिल किया जाता है और प्रतियोगिता प्रो-कबड्डी की तर्ज पर होती है, तो खिलाड़ी पूरे साल अभ्यास करेंगे और उन्हें किसी भी स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. शिंदे के अनुसार अगर दही हांडी को स्कूलों और कॉलेजों में खेलों में शामिल किया जाए तो इससे अच्छे गोविंदा पैदा होंगे.
गोविंदाओं का बीमा :सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा कि दही हांडी उत्सव के दौरान कुछ टीमें अपना बीमा खुद निकालती हैं. कुछ टीमों को बीमा नहीं मिल पाता है. इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री शिंदे से अनुरोध किया है कि राज्य सरकार उनका दस लाख का बीमा कराए। शिंदे ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि मुख्यमंत्री जल्द ही इस मांग को भी मान लेंगे.
इनाम ढाई लाख ; शिंदे गुट शिवसेना के जिला प्रमुख व पूर्व महापौर नरेश म्हस्के ने कहा कि आनंद दिघे ने टेंभीनाका पर दही हांडी उत्सव की शुरुआत की थी. इस दही हांडी को ठाणे की ‘मन की हांडी’ के नाम से जाना जाता है. उनकी मृत्यु के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस परंपरा को जारी रखा और इस त्योहार के लिए एक अलग पहचान बनाई. इस साल भी यह समारोह बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया जाएगा. इस दही हांडी उत्सव में मुंबई में गोविंदा की टीम और ठाणे में गोविंदा की प्रत्येक की टीम को दो लाख 51 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा. जबकि महिला गोविंदा टीम के लिए एक लाख रुपये और एक इनाम रखा गया है. सात थर लगाने वाली गोविंदा टीमों के लिए 12,000 रुपये, छह थर के लिए 8,000 रुपये, पांच थर के लिए 6,000 रुपये और चार थर लगाने वाली गोविंदा टीमों के लिए 5,000 रुपये का पुरस्कार निर्धारित किया गया है. म्हस्के ने बताया कि दही हांड़ी को फोड़ने वाले गोविंदाओं की सुरक्षा के लिए रैपलिंग रस्सियों का इस्तेमाल किया जाएगा.