महाराष्ट्र विधानमंडल मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष का हंगामा
और शिंदे मुस्कुराते हुए चल दिए
नवीन कुमार
मुंबई। महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र बुधवार को शुरू हुआ। पहले ही दिन विपक्ष ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली नई सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। हालांकि, विपक्ष के हंगामे के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने विधायकों को विपक्ष की आवाज दबाने के लिए उन्हीं की भाषा में जवाब देने का संकेत दिया। विधानसभा में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड के अभिनंदन के प्रस्ताव पर हंगामे की वजह से कई बार कामकाज रोकना पड़ा। बाद में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सदन की बैठक स्थपित होने की घोषणा की। गुरूवार को सुबह 10 बजे से विधानसभा में कामकाज शुरू होगा। विपक्ष ने किसानों और अन्य मुद्दों पर भी सरकार को घेरने की कोशिश की।
नई सरकार के खिलाफ विपक्ष पूरी तैयारी के साथ आया था और विधानमंडल की सीढ़ियों पर सरकार के खिलाफ घोषणाबाजी की। इसमें शिवसेना के आदित्य ठाकरे, एनसीपी के अजित पवार और कांग्रेस के नाना पटोले सहित तमाम विपक्षी विधायक शामिल थे। महाराष्ट्र विधान भवन में जब मुख्यमंत्री शिंदे समेत उनके गुट के विधायक दिखे तब उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट के विधायक पचास खोके (50 करोड़) के नारे लगाकर उन्हें चिढ़ाया। एनसीपी के विधायक धनंजय मुंडे ने भाजपा विधायक आशीष शेलार और सुधीर मुनगंटीवार को लेकर नारे लगाए। कुछ विपक्षी सदस्यों को तख्तियां पकड़े हुए देखा गया, जिन पर शिंदे-फडणवीस नीत सरकार की वैधता पर सवाल उठाए गए थे। इस दौरान शिंदे चुपचाप मुस्कुराते हुए वहां से निकल गए। विपक्ष के नेता अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी, कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के नेताओं ने किसानों के मुद्दों पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विधायक आदित्य ठाकरे सहित उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कुछ सदस्यों ने भी नारेबाजी में हिस्सा लिया।
विधानसभा में मुख्यमंत्री शिंदे ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के अभिनंदन का प्रस्ताव पेश किया जिसका विपक्ष के नेता अजित पवार ने अनुमोदन किया। आदित्य ठाकरे ने नई सरकार को कोसते हुए कहा कि यह बेईमानी करने वाली सरकार है। सिर्फ राजनीति कर रही है, जनता की आवाज सुनी नहीं जा रही है। ठाकरे गुट और शिंदे गुट की तरफ व्हीप जारी किया गया। इस पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि व्हीप हमारा है। लेकिन जिसने शिवसेना से गद्दारी की है उन्होंने यह व्हीप माना या नहीं, यह सवाल है। आदित्य ने यह भी कहा कि मंत्रिमंडल में असली मुख्यमंत्री कौन है यह सबको पता है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में मुंबई को जगह नहीं दी गई। यह सरकार जल्द ही गिरेगी।
मानसून सत्र 17 अगस्त से शुरू हुआ और यह 25 अगस्त को समाप्त होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत शिंदे गुट के विधायकों ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
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