ठाणे मनपा क्षेत्र के 110 शिवसेना शाखाओं पर कब्जे को लेकर घमासान
पथिक संवाददाता
ठाणे : ठाणे के पूर्वनगरसेवकों के साथ शिवसेना के ठाणे जिलाप्रमुख नरेश म्हस्के और महिला अघाड़ी प्रमुख मीनाक्षी शिंदे का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के दल में शामिल होने के बाद अब सवाल यह उठने लगा है कि इस मौके पर शिवसेना की शाखा किसकी है और कब्जा किसका है.
ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में शिवसेना की करीब 110 शाखाएं हैं. हालांकि, अब इन शिवसेना शाखाओं पर भी शिंदे समूह का कब्जा होने लगा है. क्योंकि शिंदे समूह के लोगों का कहना है कि, हम शिवसैनिक हैं, इसलिए हमारा दावा है और यह शाखा भी हमारी है.
पिछले कुछ दिनों से शिंदे गुट शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे गुट पर हावी होने की कोशिश कर रहा है. इसमें शिंदे गुट की ओर से ठाकरे गुट को एक के बाद एक धक्का दिया जा रहा है. अभी दो दिन पहले ही ठाणे से शिवसेना के 66 पूर्व नगरसेवकों ने शिंदे गुट में जाते हुए उद्धव ठाकरे को जोर का झटका दे दिया. ऐसे में, ठाकरे गुट में केवल एक ठाणे के सांसद राजन विचारे की पत्नी नंदिनी विचारे ही एकमात्र शेष रह गई है.
इस बीच, शिंदे गुट ने पहले ही स्वर्गीय आनंद दिघे के निवास व कार्यालय रहे आनंद आश्रम को अपने कब्जे में ले लिया है. उसके बाद ठाणे में इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि शिवसेना की शाखा हर कार्यकर्ता की ताकत का स्तंभ मानी जाती है. ऐसे में शिवसेना की शाखाओं की कमान कौन संभालेगा. क्योंकि एक शाखा प्रमुख के रूप में राजनीति की शुरुआत कर ही एकनाथ शिंदे आज मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे हैं. इस शाखा से ही शाखा प्रमुख के रूप में राजनीतिक पारी शुरू कर कई लोग नगरसेवक और विधायक चुने गए हैं. . इसलिए शिवसेना शाखा की काफी अहमियत है.
शाखा प्रमुखों के निर्णय पर टिकी निगाहें
ठाणे शिवसेना के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार ठाणे में शिवसेना की करीब 110 शाखाएं हैं. शिंदे समूह अब दावा कर रहा है कि ये सभी शाखाएं हमारी हैं. ऐसे में सवाल खड़ा होने लगा है कि जब पार्टी के पूर्व नगरसेवक अब शिंदे गुट के हो लिए है तो क्या शाखा प्रमुख भी शिंदे समूह में शामिल होंगे? हालांकि, शहर की कई शाखाओं में आज भी पूर्व नगरसेवक बैठते देखे जा सकते हैं. अब देखना होगा कि शाखा प्रमुख क्या फैसला लेते हैं.
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