स्व.डॉ.रामसागर सिंह की स्मृति को लोकभारती सृजन दिवस के रूप में मनाया गया
मुंबई: नालासोपारा के लोकमान्य हाई स्कूल व जूनियर कॉलेज के प्रांगण में लोकभारती सृजन पीठ के तत्वाधान में विद्यालय के संस्थापक तथा वरिष्ठ साहित्यकार, लेखक ,कवि स्व. डॉ.रामसागर रविशरण सिंह के जन्मदिवस व प्रथम पुण्यतिथि को लोकभारती सृजन दिवस के रूप में 5 मई को मनाया गया।उनका जन्मदिन व पुण्यतिथि 5 मई को ही होने के कारण इस दिन को संस्था ने हर वर्ष लोकभारती सृजन दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया है।
प्रथम लोकभारती सृजन दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ कृपाशंकर सिंह (पूर्व गृह राज्य मंत्री महाराष्ट्र शासन), श्रीमती विद्या ठाकुर (आमदार व पूर्व राज्यमंत्री ),जयप्रकाश ठाकुर( उपाध्यक्ष भाजपा मुंबई) एड.अखिलेश चौबे (सचिव भाजपा महाराष्ट्र प्रदेश ) .योगेश वर्मा (प्रवक्ता भाजपा मुंबई) अमरजीत मिश्रा (महासचिव भाजपा मुंबई) .संजय उपाध्याय (महासचिव भाजपा मुंबई) डॉ.करुणाशंकर उपाध्याय (अध्यक्ष हिंदी विभाग मुंबई विश्वविद्यालय )एड.आर.पी .सिंह ,एंड. रामकृपाल उपाध्याय ने तिलक जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन कर किया।इस अवसर पर स्वर्गीय डॉ. रामसागर सिंह जी की प्रतिमा का अनावरण श्रीमती विद्या ठाकुर व कृपाशंकर सिंह ने किया ।साथ ही उनके द्वारा लिखित पुस्तकों के ग्रंथालय का भी उदघाटन किया गया ।इस अवसर पर उनकी लिखित पुस्तक मृत्युंजय मलाला का लोकार्पण भी किया गया।इस अवसर पर लोकभारती सृजन पीठ ने साहित्य के क्षेत्र में डॉ. उदय प्रताप सिंह (अध्यक्ष हिंदुस्तानी एकेडमी उत्तर प्रदेश सरकार ),कला के क्षेत्र में साबाजी भगवान पोलाजी(सेवानिवृत्त कला शिक्षक बी. एल. रूईया विलेपार्ले, मुंबई) तथा केदारनाथ दुबे (राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक व संस्थापक श्रीमती द्रोपदी विद्यालय नालासोपारा)को शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रव्यापी उल्लेखनीय कार्य करने हेतु शाल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ ,स्मृति चिन्ह तथा 21000 रुपए का चेक देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का परिचय तथा प्रस्तावना संस्था के अध्यक्ष संचालक व प्राचार्य .जे.पी. सिंह ने कराया ,तथा संस्था के सचिव -अभिषेक सिंह ,श्रीमती नमिता सिंह (कोषाध्यक्ष )श्रीमती मीनू राय (उप प्राचार्य कॉलेज )श्रीमती सबिहा कापड़ी (मुख्य अध्यापिका अंग्रेजी माध्यम) कैलाश श्रीवास्तव (मुख्याध्यापक हिंदी प्राथमिक विभाग), सुमित सिंह ने पुष्पगुच्छ, शाल, श्रीफल ,देकर स्वागत किया।श्रीमती रूची विवेक सिंह ने स्वर्गीय डॉ. रामसागर सिंह (बाबूजी )के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन अनिरुद्ध पांडे ने किया।