वरिष्ठों का सम्मान व यशोगान भारतीय संस्कृति की गौरवशाली परंपरा
सनत श्रीमाली
खंडवा। मिलनसार समाजसेवी रामलाल श्रीमाली के “अमृत महोत्सव” में प्रसिद्ध व्यवसायी मुक्तिलाल नरेड़ी, अजय श्रीमाली, संजय वाणी, नलिनी श्रीमाली, जयंत गुजराती, स्नेहा लाड़, पूर्वी श्रीमाली, संगीता जैन, वीनस वाणी, प्राची शाह, अंकुर आदि ने एक स्वर में कहा कि वरिष्ठों का सम्मान- यशोगान भारतीय संस्कृति की गौरवशाली परंपरा है। इस मौके पर राजेंद्र श्रीमाली का सेवा संपूर्ति समारोह में सलोनी और प्रांजल श्रीमाली ने उनकी सरकारी सेवा को तीर्थ यात्रा निरूपित किया। सरस्वती वंदना निकिता ने और दिलीप जैन ने साफा, रूद्राक्ष माला से उत्सव मूर्तियों का स्वागत किया। परिचय शुभम श्रीमाली ने दिया। वीरेंद्र श्रीमाली ने प्रतिकृति भेंट की। अभिषेक सोनी ने गायत्री मंत्रोच्चार किया। इस मौके पर लोकार्पित स्मारिका की जानकारी शुभांगी श्रीमाली ने दी। समाज की विशिष्ट हस्तियों अमृतलाल श्रीमाली, जनकलाल वाणी, डॉ मधुकर श्रीमाली, उदयभाई शाह, महावीर सिंह, गोपाल कृष्ण गुप्ता गुप्ता, रेवाशंकर पाटीदार, ओमप्रकाश गुप्ता,
डॉ सिद्धार्थ श्रीमाली का अभिनंदन हुआ। प्रशस्ति पत्र का वाचन अनोखी लाल जी और डॉ मेघा श्रीमाली ने किया। प्रांजल , सलोनी श्रेयांश श्रीमाली आदि ने विचार ने भी विचार रखे। संचालन सनद और डॉ अनंत श्रीमाली ने किया। समारोह में शैलेश वाणी, हरेश शाह, उमा- निर्मला गुजराती, रमिला वाणी, संध्या श्रीमाली, डॉ. कीर्ति , डॉ रक्षा श्रीमाली सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठ जन, पत्रकार उपस्थित थे।
सनत श्रीमाली