महाराष्ट्र का आर्थिक विकास दर 12.2 फीसदी रहने का अनुमान
नवीन कुमार
मुंबई । महाराष्ट्र का बजट 11 मार्च को पेश किया जाएगा। लेकिन उससे पहले गुरुवार को विधानसभा और विधान परिषद में राज्य की आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश की गई। इस रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक वर्ष 2021-22 में राज्य का आर्थिक विकास दर 12.2 फीसदी रहने का पूर्वानुमान है। इसी कालावधि में देश का आर्थिक विकास दर 8.9 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक कृषि व संलग्न कार्य क्षेत्र में 4.4 फीसदी, उद्योग में 11.9 फीसदी और सेवा क्षेत्र में 13.5 फीसदी की वृद्धि का अनुमान व्यक्त किया गया है। इसी प्रकार पशु संवर्धन में 6.9 फीसदी, वनीकरण में 7.2 फीसदी और मत्स्य व्यवसाय में 1.6 फीसदी की वृद्धि होने का अंदाज जताया गया है।
आर्थिक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार देश के जीडीपी में महाराष्ट्र का योगदान 14.2 फीसदी रहने का अनुमान है। राज्य में प्रति व्यक्ति आय में इस वर्ष 2.25 लाख रुपए रहने का अनुमान है जबकि 2019-20 के दूसरे सुधारित अंदाज के अनुसार यह 1.96 लाख रुपए और 2020-21 के पहले सुधारित अंदाज के मुताबिक 1.93 लाख रुपए रहा। जबकि वर्ष 2011-12 के स्थिर मूल्य के आधार पर महाराष्ट्र का प्रति व्यक्ति आय 1.93 लाख रुपए रहा। उधर भाजपा शासित राज्य यूपी का 65,338 रुपए और मध्य प्रदेश का 1.04 लाख रुपए था।
2021-22 के बजटीय अनुमान के अनुसार इस साल 3,68,987 करोड़ रुपए का राजस्व मिलने का अंदाज था जबकि सुधारित अंदाज के अनुसार 79,489 करोड़ रुपए कम यानी 2,89,498 करोड़ रुपए ही राजस्व मिलने का अनुमान है। अप्रैल-नवंबर 2021 के दौरान बजटीय अनुमान का सिर्फ 49 फीसदी यानी 1,80,954 करोड़ रुपए ही राजस्व जमा हुआ है। इसी प्रकार राजस्व खर्च 3,79,213 करोड़ रुपए का अनुमान था जबकि सुधारित अंदाज के अनुसार 3,35,675 करोड़ रुपए ही खर्च होने की संभावना है।
महाराष्ट्र में इस साल मानसून के दौरान औसतन 118.2 फीसदी बारिश हुई। इसके बावजूद खरीफ सीजन के दौरान अनाज का उत्पादन 11 फीसदी, दलहन का 27 फीसदी, तिलहन का 13 फीसदी, कपास का 30 फीसदी और गन्ने की पैदावार उत्पादन 0.4 फीसदी घटा है। इस साल 21.09 लाख हेक्टेयर में फल का उत्पादन किया गया है जिससे 291.43 लाख मीट्रिक टन फल उत्पादन की उम्मीद है। वर्ष 2020-21 में 0.68 लाख हेक्टेयर नया क्षेत्र सूक्ष्म सिंचाई के अंतर्गत आया है।