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सरकारी वकील के स्टिंग ऑपरेशन से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल

by zadmin

सरकारी वकील के स्टिंग ऑपरेशन से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल

नवीन कुमार

मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार  विधानसभा में एक सरकारी वकील का स्टिंग ऑपरेशन पेश करके सनसनी फैला दी। उन्होंने कहा कि महा विकास आघाड़ी सरकार के अनेक नेता एक सरकारी वकील के माध्यम से भाजपा के कई नेताओँ से बदला लेने की साजिश रच रहे हैं। फडणवीस ने संपूर्ण लेखा-जोखा एक स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से विधानसभा में पेश किया। उन्होंने गंभीर और विस्फोटक आरोप लगाते हुए कहा कि यह महा विकास आघाड़ी महाकत्लखाना है और सरकारी वकील प्रवीण चव्हाण के माध्यम से कई महानायक यह खेल खेल रहे हैं।

125 घंटे के इस स्टिंग में 29 अलग-अलग पेनड्राइव के जरिए महत्वपूर्ण हिस्स रखे गए हैं। इसमें भाजपा नेता गिरीश महाजन के खिलाफ झूठे आरोप गढ़ने के लिए कुल 28 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी कैसे दर्ज की गई, इसका पूरा लेखा-जोखा है। साथ ही इस स्टिंग ऑपरेशन से साफ है कि पर्दे के पीछे कौन बड़े नेता खेल खेल रहे हैं। इस मामले में पूरी एफआईआर इस वकील ने तैयार की है और छापेमारी के दौरान पूरी प्लानिंग की है। ड्रग्स के व्यापार का उल्लेख कर मोका लगाने को कैसे कहा, सरकारी स्तर पर बैठकें कैसे की गईं, इसमें मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस आयुक्त और पुलिस महानिदेशक तक कैसे उपस्थित हुए, यह सब कुछ वकील ने व्यवस्था की। जब मामला निगेटिव था तो आपने इसे कैसे पॉजेटिव बना दिया। यह संपूर्ण कथा है इसमें।

पवार साहब देवेंद्र फडणवीस और अन्य भाजपा नेताओं को कैसे खत्म करना चाहते हैं, इस बारे में उन्हें जो निर्देश मिले हैं, उन्हें पूरा करने के लिए संजय पांडे को मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में कैसे नियुक्त किया गया। उसने यह कैसे कबूल किया, इसकी पूरी जानकारी दी है। इसमें इस बात का विवरण भी है कि मीडिया को कौन सी खबर लीक करनी है, और कैसे सबूत हासिल करना है। वे यह भी स्वीकार कर रहे हैं कि रेकी तो पहले ही हो चुकी है ताकि सबूत लगाते समय कहीं भी कैमरे न हों। अनिल गोटे का इन वकीलों से सीधा संवाद भी है, फोन कॉल्स हैं, यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में हुई बैठकों का ब्यौरा है। साहेब कैसे कभी पिक्चर में नहीं आते और थाने की डायरी में दर्ज नहीं होना चाहते, इसलिए उन्होंने परदे के पीछे से निर्देश दिए हैं। इसमें ये संपूर्ण कथा है।

देवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, जयकुमार रावल, सुभाष देशमुख, सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रशेखर बावनकुले आदि नेता टार्गेट पर हैं और उन्हें कैसे खत्म किया जाएगा, इससे किसे फायदा होगा। इसमें यह भी बताया गया है। अनिल देशमुख ने न केवल तबादलों से बल्कि अन्य स्रोतों से भी पैसे कमाए, छगन भुजबल को पैसे लेकर कैसे छोड़ा गया। मुंबई का कौन वकील है जो जजों को मैनेज करता है। संजय राउत से मिलने के बाद क्या योजना बनाएं, भविष्य में कहां जाएं, क्या अपराध दर्ज होंगे, नवाब मलिक क्या कहेंगे, देवेंद्र फडणवीस को कैसे फंसाया जा सकता है, रश्मि शुक्ला मामले में क्या राय दी जाए, राजनीतिक नेताओं द्वारा जानकारी है और साथ ही जयंत पाटिल के साथ बातचीत भी है। बेहद विस्फोटक इस स्टिंग ऑपरेशन ने राज्य की सियासत में हलचल मचा दी है। इसका ब्यौरा देवेंद्र फडणवीस ने आज विधानसभा अध्यक्ष के सामने पेश किया है। फडणवीस ने इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।

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