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खरी-खरी:अशोक वशिष्ठ

by zadmin
vashishth

खरी-खरी
भारत की क्रिकेट का, जम गया फिर से डंका।

नौसिखिया की तरह , ढेर हो गयी श्रीलंका।।

विकेट गिर गये ऐसे, जैसे तास के पत्ते।

छुड़ा दिये भारत ने , जमकर उनके छक्के।।

सदा जीत का , इसी तरह परचम लहराए।

क्रिकेट जगत में, भारत विश्व गुरू बन जाए।।
अशोक वशिष्ठ 

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