●खरी-खरी
जाने क्यों युक्रेन से, पुतिन हो गये क्रुद्ध।
शुरू कर दिया रूस ने, इकतरफा-सा युद्ध।।
इकतरफा-सा युद्ध, विश्व हैरान रह गया।
जाने कितने मासूमों का, ख़ून बह गया।।
बात-चीत से बात बने, ना चलें बहाने।
मानेंगे क्या पुतिन, बात यह रब ही जाने।।
●अशोक वशिष्ठ