भगवा और हिजाब में,मची हुई है जंग
नेता ऐसे बोलते, जैसे पी हो भंग
जैसे पी हो भंग, दंग है ऊपर वाला
केसरिया से आज पड़ा काले का पाला
कह सुरेश कविराय सो रहे उनको ‘जगवा’
युग-युग से बलिदान दिया केसरिया भगवा
सुरेश मिश्र
भगवा और हिजाब में,मची हुई है जंग
नेता ऐसे बोलते, जैसे पी हो भंग
जैसे पी हो भंग, दंग है ऊपर वाला
केसरिया से आज पड़ा काले का पाला
कह सुरेश कविराय सो रहे उनको ‘जगवा’
युग-युग से बलिदान दिया केसरिया भगवा
सुरेश मिश्र