तेजिंदर सिंह तिवाना ने की अधकचरी भाजयुमो की नई टीम की घोषणा
— पूर्व उपनगर सहित कई जिलों और मंडलों को नहीं मिला प्रतिनिधित्व
पथिक संवाददाता
मुंबई: स्वतंत्रता दिवस के दिन मुंबई अध्यक्ष तेजिंदर सिंह तिवाना ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के मुंबई टीम की आधी अधूरी घोषणा कर दी. इसमें क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व से ज्यादा जातीय समीकरण पर ध्यान दिया गया जो भाजपा जैसी पार्टी में कभी नहीं था. .बड़े गर्व से श्री तिवाना कहते हैं कि समाज के हर तबके के युवकों को अपनी टीम में जगह दी है। आयातीत नेता भाजपा के युवा संगठन में खुले आम जातिगत समीकरण का खुलासा कर रहे है, जो शर्मनाक है. श्री तिवाना के प्रेस बयान के अनुसार, भाजयुमो मुंबई की 24 लोगों की नई टीम में 6 मराठा, 5 ओबीसी, 5 उत्तर भारतीय, 4 राजपूत, 2 ब्राह्मण, 2 दक्षिण भारतीय, 2 गुजराती, 2 एससी/एसटी और एक एक सिंधी और मारवाड़ी युवकों को प्रतिनिधित्व दिया गया है। इस तरह भाजयुमो, का यह जातिवादी पुलिंदा तैयार किया गया है. दबे मुहं इस पर सर्वत्र चर्चा शुरू हो गयी है कि आज के नेता पार्टी में जातिगत समीकरण बनाने में लगे हैं. तिवाना की टीम में अर्जुन मेघे, रोहन देसाई, विराज चोडणकर, रितेश सावंत, आशुतोष ठाकर, प्रवीण भानुशाली, दीपक सिंह, राहुल गुप्ता और आदित्य सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है। कमलेश डोके, मिलिंद वाडेकर और संतोष पालेकर को महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है। डॉ केयूर प्रमाणिक, अजेश हेगड़े, राजेंद्र मोरे, एड राजू चव्हाण, प्रद्युम्न सावंत, अविनाश दुलगच, जयकुमार थेवर, नितिन गुप्ता और विकेश जैन सचिव पद का दायित्व दिया गया है।
पुरानी टीम में सोशल मीडिया के संयोजक पद की जिम्मेदारी संभालने वाले वेदांत लालवानी को फिर से वहीं जिम्मेदारी दी गई है। उसके साथ निहाल स्वरूप और प्रणव सिंह ठाकुर को सोशल मीडिया में सह संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है।
श्री तिवाना कह रहे हैं हर क्षेत्र के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया गया है. फौरी तौर पर नजर डालें तो लगता है यह पश्चिम उपनगर व् दक्षिण मुंबई का संगठन है. इस नई टीम में चांदिवली से 3 ,गोरेगांव और वर्सोवा से 2 – 2 लोगों को स्थान दिया गया है. मुंबई के 6 जिलों में से पूर्व उपनगर को पूरी तरह छोड़ दिया गया हैट्रांबे सेलेकर मुलुंड तक फैले क्षेत्र में सिर्फ भांडुप को जगह मिली है. भाजपा का गढ़ रहे, चेंबूर ,घाटकोपर,मुलुंड,ट्रॉम्बे,अणुशक्ति नगर, मानखुर्द,गोवंडी आदि इलाकों पर तिवाना की नजर नहीं गयी. यही कारण है कि भाजयुमो का अधकचरा संगठन श्री लोढ़ा और श्री फडणवीस के नाम पर उन्होंने थोंप दिया। .