सीबीआई ने अनिल देशमुख से 8 घंटे तक की पूछताछ
विशेष संवाददाता
मुंबई: भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण महाराष्ट्र के गृहमंत्री पद से हटने को मज़बूर किये गए अनिल देशमुख 14अप्रैल को सीबीआई के समक्ष हाज़िर हुये। पूर्व गृहमंत्री देशमुख को सोमवार को सीबीआई ने समन भेजा था। सांताक्रुज स्थित डीआरडीओ ऑफिस में बुधवार 14 अप्रैल को सुबह 10बजे अनिल देशमुख पहुंचे। उनसे सुपरिन्टेन्डेन्ट स्तर के अधिकारियों ने करीब आठ घंटे पूछताछ की। यह पूछताछ शाम छह बजे तक चली। उसके बाद भी देशमुख अंदर सीबीआई के ऑफिस में थे। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख पर प्रति माह मुंबई के बीयर बार और रेस्टोरेंट से 100 करोड़ रूपये के वसूली का आदेश पुलिस अधिकारियों को दिया था। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिख कर यह कहा था। यह पत्र सिंह ने मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटाए जाने के बाद लिखा था। अनिल देशमुख का तब गृहमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने की मांग विपक्ष करता रहा लेकिन राज्य के महाविकास अघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह कहा कि इस बारे में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार निर्णय लें। लेकिन शरद पवार अनिल देशमुख का बचाव करते नज़र आये। इस मामले में वकील जयश्री पाटिल ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने अनिल देशमुख की सीबीआई द्वारा प्राथमिक जाँच पंद्रह दिनों में करने का आदेश दिया था। इसके बाद विपक्ष ने फिर देशमुख के गृहमंत्री पद से इस्तीफे की मांग की। अनिल देशमुख को गृहमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था। उसके बाद राज्य सरकार सीबीआई जांच के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की। अनिल देशमुख भी सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर किये लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने इन याचिकाओं को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि इस मामले में गृहमंत्री के खिलाफ पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त ने आरोप लगाया है दोनों साथ कार्य करते थे इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और सर्वोच्च न्यायालय ने भी अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच पर मुहर लगा दी। सीबीआई ने इसके बाद अपनी जांच शुरू की। तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख के निजी सहायक कुंदन शिंदे और निजी सचिव एस. पलांडे से पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई ने परमबीर सिंह, सचिन वजे ,पुलिस उपायुक्त राजू भुजबल ,सहायक पुलिस आयुक्त संजय पाटिल, वकील जयश्री पाटिल , होटल मालिक महेश शेट्टी की जांच कर चुकी है। ज्ञातव्य है क़ि सचिन वजे को उद्योगपति मुकेश अंबानी के निवास एंटीलिया के सामने स्कॉर्पियो में जिलेटिन रखने और उस स्कॉर्पियो के मालिक कहे जाने वाले मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है वजे की एनआईए भी जांच कर चुकी है। सचिन वजे को २३ अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।