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खरी-खरी—अशोक वशिष्ठ

by zadmin

खरी-खरी
कोरोनों के लिए मैं , बतलाऊँ एक दाँव।

घोषित हो जाय देश में , जल्दी आम चुनाव।।

जल्दी आम चुनाव , करें सब नेता रैली।

हो जायेगी कोरोना की, चादर मैली।।

कोरोना का यही है , सस्ता सरल उपाय।

लाठी भी टूटे नहीं , और साँप मर जाय।।
अशोक वशिष्ठ 

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