मुंबई,6अप्रैल:शिवसेना के पूर्व विधायक तृप्ति बाला सावंत आज भाजपा में शामिल हो गयी. वे शिवसेना की धाकड़ नेता और कट्टर शिवसैनिक बाला सावंत की पत्नी हैं और बांद्रा पूर्व से शिवसेना की विधायक रह चुकी हैं. आज विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस ,,प्रवीण दरेकर, मंगल प्रभात लोढ़ा, अतुल भातखलकर और नीलेश राणे सहित कई भाजपा नेताओं की उपस्थिति में तृप्ति सावंत ने भाजपा का झंडा थाम लिया. दलबदल की इस घटना से मातोश्री के द्वार पर ही विद्रोह का बिगुल बज गया है. इस घटना में गौर करने की बात यह है कि इस पार्टी प्रवेश में नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.बता दें कि नारायण राणे ने कांग्रेस की टिकट से तृप्ति के खिलाफ चुनाव लड़ा था. उन्होंने तब मतों श्री के गढ़ में सेंध लगाने की भरपूर कोशिश की थी. लेकिन सफल नहीं हो पाए थे लेकिन आज बाजी पलट गयी और उन्होंने कट्टर शिवसैनिक के परिवार में सेंध मारकर उद्धव ठाकरे को उनके घर में चुनौती दे दी है. पूर्व विधायक तृप्ति सावंत के पति स्वर्गीय बाला सावंत मातोश्री के बहुत वफादार शिव सैनिक थे। मातोश्री का निवास बांद्रा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में है और बाला सावंत यहाँ से विधायक चुने गए थे. इस निर्वाचन क्षेत्र में सावंत का बड़ा प्रभाव था। उन्होंने दलगत राजनीति से परे जाकर मतदाताओं का विश्वास अर्जित किया था। बाला सावंत की मृत्यु के बाद 2015 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ था। इस चुनाव में, शिवसेना ने तृप्ति सावंत को, खड़ा किया था और उनके मुकाबले कांग्रेस से श्री राणे खड़े थे.यह मुकाबला दिलचस्प था और कोंकण के क्षेत्र से चुनाव हारने के बाद राणे राजनीति में फिर से जमने के लिए बेचैन थे. लेकिन तृप्ति सावंत ने राणे को 20,000 मतों के अंतर से हराया। इस बीच, 2019 के चुनावों में, शिवसेना ने तृप्ति सावंतके बदले विश्वनाथ महादेश्वर को मैदान में उतारा। इसलिए सावंत ने विद्रोह कर दिया। कांग्रेस उम्मीदवार जीशान सिद्दीकी को इसका फायदा हुआ और वह विधानसभा के लिए चुने गए। मातोश्री के गढ़ में यह हार शिवसेना के लिए एक झटका था। अब जबकि तृप्ति सावंत भाजपा में चली गयी हैं इस से शिवसेना को एक और झटका लगा है।