नवाब मलिक ने लीक की गोपनीय जानकारी – फडणवीस विशेष संवाददाता मुंबई : फ़ोन टैपिंग मामले में सरकार और विपक्ष में आरोप – प्रत्यारोप जारी है। एक के बाद एक कई सनसनी खेज मामले के खुलासे से सरकार के मंत्री और नेता घबरा गये हैं। यह भी कहा जा रहा है कि राज्य में ऑपरेशन लोटस जारी है और मई महीने में राज्य सरकार को हटाकर भाजपा अपनी सरकार बनाने का मुहूर्त निकाल चुकी है। राज्य की महाविकास आघाडी सरकार में शामिल तीन पार्टियों में एनसीपी कुछ ज्यादा ही परेशान है क्योंकि उसके गृहमंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप के बाद न्यायिक आयोग गठित करने का निर्णय विपक्ष के दबाव में सरकार को लेना पड़ा है। एक के बाद एक भ्रष्टाचार एवं अन्य गंभीर मामले का खुलासा करके विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस राज्य की जनता के तो चहेते बने हुए हैं लेकिन राज्य सरकार के कुछ मंत्रियों के निशाने पर आ गये हैं। शुक्रवार को फडणवीस ने इस रिपोर्ट को अधूरी , झांसा देनेवाली करार देते हुए इसे अस्वीकार कर दिया। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि फ़ोन टैपिंग मामले में मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने जो रिपोर्ट मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपी है वह उनकी है ही नहीं बल्कि उसे नवाब मालिक या जीतेन्द्र अव्हाड ने तैयार किया होगा और उस पर मुख्य सचिव ने हस्ताक्षर किये होंगें। पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस कहा कि मैं कुंटे को पहचानता हूँ वह सीधे रास्ते पर चलनेवाले हैं ऐसी रिपोर्ट नहीं तैयार करेंगें। फडणवीस ने इस रिपोर्ट में बड़ी खामियां बताते हुए कहा कि रिपोर्ट में कहा गया है राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये फोन टैपिंग की अनुमति दी जाती है और इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई मुद्दा नहीं था। फडणवीस का कहना है कि इस रिपोर्ट में जानबूझकर कुछ बातों को छुपाया गया है । टेलीग्राफ कानून के तहत जिन मुद्दों के तहत टेलीफोन को टैप किया जाता है उसमें अनेक मुद्दे निहित हैं। देश की सुरक्षा से जुड़े मामले की हो याकि वैसे ही ‘ किसी घटना के घटने की संभावना हो तो ‘ भी फोन टैपिंग की अनुमति होती है यह टेलीग्राफ कानून में निहित है लेकिन’ किसी घटना के घटने की संभावना हो ‘ इस बात को जानबूझकर रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है इसलिए यह रिपोर्ट वास्तव में कानून के मूल प्रावधान से छेड़छाड़ करनेवाला है। संबंधित महत्वपूर्ण लाइन का उल्लेख नहीं किया गया है इस अधूरी झांसा देनेवाली रिपोर्ट को हम खारिज करते हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टेलीग्राफ कानून के इसी धारा के तहत फोन टैप करता है क्योंकि उसमें भ्रष्टाचार का मामला रहता है। फडणवीस ने सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि इस गोपनीय दस्तावेज़ का खुलासा करने का आरोप मुझ पर लगाया गया और यह कहा गया कि इससे कई अधिकारियों को मानसिक तनाव सहन करना पड़ा लेकिन मैंने सिर्फ कवरिंग लेटर दिया था। राज्य गुप्तचर विभाग आयुक्त रही रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट का खुलासा तो नवाब मलिक ने किया। कई पत्रकारों ने यह रिपोर्ट मेरे पास भेजी । कई न्यूज़ चैनलों ने उसे दिखाया। हाल ही में नवाब मलिक ने जो पांच पेज दिये उसी को देखें तो ११-१२ तबादलों की बात उसमें है जो कि ६.३ जीबी डाटा में निहित बातचीत का ही हिस्सा हैं। फडणवीस ने उल्टा सरकार को ही कटघरे में खड़ा करते हुये कहा है कि जब कभी भी मौका मिला तब उसके अन्य मुद्दों का भी कोर्ट में खुलासा किया जायेगा । फडणवीस ने सरकार की नीयत पर ही सवाल उठा दिया और कहा कि इस बारे में तात्कालीन पुलिस महानिदेशक ने सीआईडी जाँच की सिफारिश की थी उस जांच को नहीं करने का दबाव कौन लाया इसकी भी जाँच की जानी चाहिये। एनसीपी के कोटे से बने मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि इस रिपोर्ट को नवाब मालिक और जीतेन्द्र आव्हाड ने तैयार किया है यह आरोप देवेंद्र फडणवीस कर रहे हैं यह ठीक नहीं है। अब मामला दर्ज़ हो जाने से विपक्षी के करीबी व्यक्ति अड़चन में आ जायेंगें इसलिये वे घबरा गये हैं। मलिक ने दावा किया कि हम सरकार को बचाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं। हमारी सरकार स्थिर है।