हाफकिन संस्था में पूर्णकालिक निदेशक का पद बहुत दिनों से रिक्त
सरकार की अनदेखी से 173 में से 57 पद रिक्त
पथिक संवाददाता
मुंबई,24 मार्च:हाफकिन इंस्टिट्यूट में 173 पदों में से 57 पद कई वर्षों से खाली पड़े हैं . आश्चर्य यह है कि इस नामचीन संस्था में निदेशक, उप निदेशक, मुख्य प्रशासकीय अधिकारी के पद भी रिक्त हैं ! आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसकी अनदेखी के पीछे इस महत्वपूर्ण संस्था को बंद करने की योजना लगती है. हाल ही में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाफकिन इंस्टिट्यूट का दौरा किया था इस से आशा जगी है कि इसे पुनर्जीवन मिलेगा.लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि हाफकिन संस्था अब भी पूर्णकालिक निदेशक की प्रतीक्षा में है। यह जानकारी
करने से उसके पुर्नजीवित की बात चर्चा में है। लेकिन दुर्भाग्य से हाफकिन प्रशिक्षण, संशोधन एवं चाचणी संस्था में मंजुर पदों पर शत प्रतिशत नियुक्ति करने को लेकर सरकार उत्सुक नहीं है। 173 मंजुर पदों में 57 पद रिक्त होने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को हाफकिन संस्था ने दी है। ताज्जुब की बात यह है कि हाफकिन संस्था अब भी पूर्णकालिक निदेशक की प्रतीक्षा में है।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने हाफकिन प्रशिक्षण, संशोधन एवं जांच संस्था से विभिन्न पदों की जानकारी मांगी थी। इस पर हाफकिन संस्था ने अनिल गलगली को 25 जनवरी 2021 तक का रेकॉर्ड उपलब्ध कराया है । इसमें कुल 173 मंजूर पदों से 57 पदे रिक्त है और 116 पद ही कार्यरत है।
निदेशक, उप निदेशक, मुख्य प्रशासकीय अधिकारी पद रिक्त!
वर्ग अ के अंतर्गत कुल 8 पदनाम वाले 28 मंज़ूर पद है,जिसमें से 21 रिक्त हैं । इसमें 1 निदेशक, 1 उप निदेशक, 6 सहायक निदेशक, 11 वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी, 1 वैज्ञानिक सचिव,1 मुख्य प्रशासकीय अधिकारीका पद शामिल है. निदेशक का अतिरिक्त प्रभार सीमा व्यास के पास है।
वर्ग ब अंतर्गत 23 मंजूर पदों में से 7 पद रिक्त है जिसमें 7 वैज्ञानिक अधिकारी का समावेश है। उसी तरह वर्ग क अंतर्गत 68 में से 47 पद कार्यरत हैं.जो 21 पद रिक्त हैं, उसमें 2 में से 2 अधीक्षक के पद रिक्त हैं..वहीँ 9 वरिष्ठ तकनीकी सहायक, 3 वरिष्ठ लिपिक, 5 प्रयोगशाला सहायक, 1 सर्पपाल, 1 लिपिक ऐसे पद रिक्त पड़े हैं.वर्ग ड अंतर्गत 54 में से सिर्फ 8 पद रिक्त है जिसमें 5 प्रयोगशाला सहायक , 1 हवलदार, 1 सिपाही और 1 सफाई कामगार के पद रिक्त है।अनिल गलगली के अनुसार देश की सबसे पुरानी बायोमेडिकल संशोधन संस्था हाफकीन इंस्टीट्यूट ने वर्ष 2005 में महाराष्ट्र सरकार ने 306 मंजूर पदों को लेकर 173 तक सीमित कर 133 पदों को रद्द किया। बड़े पैमाने पर पदों को रद्द कर हाफकिन को पुर्नजीवित करने के बजाय इसे चरण बद्ध तरीके से बंद करने की यह साजिश है। इसीलिए रिक्त पद पर नियुक्ति नहीं की जा रही है।