ठाणे :- भाजपा गटनेता मनोहर डुंबरे का शिवसेना नगरसेवकों और कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा घेराव और आंदोलन प्रकरण में भले ही भाजपा की तरफ से नौपाडा मामला दर्ज कराया गया है. लेकिन अब तक मनपा प्रशासन की तरफ से कोई दखल न दिए जाने से भाजपा बिफ़र गई है. इस प्रकरण को लेकर भाजपा नेता किरीट सोमैया के नेतृत्व में नगरसेवकों का एक शिष्टमंडल मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा से मुलाकात की और शिवसेना के उन नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की. साथ ही भाजपा ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही कार्यवाही नहीं हुई तो भाजपा आयुक्त कार्यालय के बाहर आंदोलन करेगी. बता दें कि ठाणे शहर में तीन जगहों पर 13 करोड़ रूपए खर्च कर प्रस्तावित तीन पादचारी पुल के निर्माण को लेकर भाजपा गटनेता मनोहर डुंबरे ने सत्ताधारी शिवसेना पर चुनाव फंडिंग के लिए यह काम किये जाने का आरोप लगाया था और कहा था कि शहर में कई ऐसे पादचारी पुल है जिनका कोई उपयोग नहीं हो रहा है ऐसे में तीन पादचारी पुलों का निर्माण एक प्रकार से जनता के पैसों का अपव्यय करना है. साथ ही उन्होंने इन पादचारी पुलों के प्रस्ताव को रद्द करने की मांग की थी. भाजपा का यह आरोप सत्ताधारी शिवसेना को नागवार लगा और पिछले सप्ताह शिवसेना के गटनेता दिलीप बारटक्के, नगरसेविका राधिका फाटक, मीनल शंखे, नगरसेवक सिद्धार्थ ओवलेकर, विकास रेपाले सहित करीब 100 से 150 शिवसेना पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाजपा गटनेता मनोहर डुंबरे के मनपा स्थित कार्यालय में जाकर घेराव और नारेबाजी की थी, इसके बाद भाजपा की तरफ से पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर को एक ज्ञापन देकर मामला दर्ज करने की मांग की गयी थी. . पुलिस आयुक्त के आदेश के बाद नौपाड़ा पुलिस ने शिवसेना के कुछ नगरसेवकों सहित 30 से 40 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है. लेकिन नियमतः यह मामला मनपा मुख्यालय में हुई थी इसलिए मनपा प्रशासन की तरफ से तहरीर दिया जाना चाहिए था. जोकि अभी तक नहीं दिया गया है. इसी प्रकरण को लेकर भाजपा का एक शिष्टमंडल मनपा आयुक्त डॉ शर्मा से मुलाकात की और मांग की कि कोरोना आपात काल के दौरान शिवसेना के लोगों ने कोरोना के नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए घेराव और आंदोलन किया. इसलिए संबधित शिवसेना के नगरसेवकों और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई होनी चाहिए. इस दौरान भाजपा नेता किरीट सोमैया, भाजपा गटनेता मनोहर डुंबरे, नगरसेवक नारायण पवार, नगरसेविका अर्चना किरण मनेरा, नम्रता कोली, मिलिंद पाटणकर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.