मुंबई,28 फरवरी :महाराष्ट्र में कोरोना की स्पीड में कोई ब्रेक काम नहीं कर रहा है. हर हफ्ते यह पिछले हफ्ते की तुलना में ज्यादा तेजी से फैल रहा है. शुक्रवार को महाराष्ट्र में 8333 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए. राज्य के 36 में से 28 जिलों को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो लॉकडाउन और कर्फ्यू कोरोना को कंट्रोल करने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं. खास कर विदर्भ रीजन की हालत चिंताजनक बनी हुई है.
लॉकडाउन के बावजूद कोरोना से सबसे सबसे ज्यादा प्रभावित अमरावती में पिछले 5 दिनों में 4061 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं. 32 लोगों की उपचार के दरम्यान मृत्यु हो गई. नागपुर में भी शुक्रवार को 1074 केस सामने आए. मुंबई की बात करें तो यहां भी लगातार तीसरे दिन हजार से ज्यादा कोरोना के नए केस सामने आए.
कोरोना संक्रमण के मामले में नागपुर ने मुंबई और ठाणे को तीसरे-चौथे स्थान पर खिसका दिया है. नागपुर जिले में जहां 9141 ऐक्टिव केस सामने आए हैं जो कि पुणे के बाद दूसरे स्थान पर है. पुणे में सर्वाधिक ऐक्टिव केस (12,577) सामने आए हैं. मुंबई 7899 के साथ तीसरे नंबर पर है और ठाणे जिले में सक्रिय कोरोना केस की संख्या 7276 है. अमरावती 6740 ऐक्टिव कोरोना केस के साथ पांचवे नंबर का स्पॉट बना हुआ है.
इन्हीं पांच जिलों में राज्य के ऐक्टिव कोरोना केस का 65 प्रतिशत हिस्सा आ जाता है. आबादी के आधार पर कोरोना संक्रमण नागपुर जिले में ज्यादा खतरनाक है. क्योंकि नागपुर की आबादी मुंबई के मुकाबले आधी भी नहीं है. नागपुर की आबादी 50 लाख है जबकि मुंबई की आबादी 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा है.फरवरी में कोरोना के इस अचानक उभार का केंद्र विदर्भ रीजन है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक विदर्भ के अमरावती, अकोला, बुलढाणा, यवतमाल और नागपुर पिछले दो हफ्तों से कोरोना के सबसे बड़े हॉटस्पॉट्स के रूप में उभरकर सामने आए हैं. यहां लॉकडाउन और कर्फ्यू के बावजूद कोरोना संक्रमण में तेजी ही दिखाई दे रही है. मराठवाडा रीजन भी विदर्भ की ही तरह लगातार खतरे की घंटी बजा रहा है. लातूर, हिंगोली, परभणी, नांदेड जिलों में कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं.