महाराष्ट्र में 63 हजार आइसोलेशन, 33 हजार ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं-एकनाथ शिंदे
नवीन कुमार
मुंबई (@nirbhaypathik)। देश और राज्य में कोरोना का नया वेरिएंट जेएन-1 पाया गया है। इसी पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्वास्थ्य व्यवस्था और कलेक्टर के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि राज्य भर के स्वास्थ्य संस्थानों में स्ट्रक्चरल, इलेक्ट्रिकल और फायर ऑडिट किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि अस्पतालों में आइसोलेशन और ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था तैयार रखी जाये। उन्होंने नागरिकों से बिना डरे कोरोना से बचाव के निर्देशों का पालन करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने यह भी पुष्टि की कि राज्यव्यापी सिस्टम तैयार है।
इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. तानाजी सावंत, चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ, मुख्य सचिव मनोज सौनिक, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव भूषण गगरानी, प्रमुख सचिव विकास खड़गे, प्रमुख सचिव ब्रिजेश सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मिलिंद म्हैसकर, सभी संभागीय आयुक्त, कलेक्टर और अन्य संबंधित अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
वर्तमान में राज्य में 63 हजार आइसोलेशन बेड, 33 हजार ऑक्सीजन बेड, 9 हजार 500 आईसीयू बेड और 6 हजार वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं। वर्तमान में, राज्य में 45 कोरोना मरीज पाए गए हैं (मुंबई -27, पुणे -8, ठाणे -8, कोल्हापुर -1, रायगढ़ -1)।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन पाइपलाइन, आरटीपीसीआर लैब, ड्यूरा/लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट की कार्यप्रणाली की उचित जांच की जानी चाहिए और जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है उनकी जानकारी और टीकाकरण की समीक्षा की जानी चाहिए।
यह सुनिश्चित हो कि टीकों और दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। स्वास्थ्य तंत्र को एक टास्क फोर्स गठित कर उसके विशेषज्ञों का मार्गदर्शन लेने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री ने कोविड सेंटर, आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर बेड की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी ली।
शिंदे ने कहा कि कोरोना के पिछले अनुभव के आधार पर प्रदेश में सिस्टम पूरी तरह तैयार है। इसलिए घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण होने पर तुरंत जांच करानी चाहिए। आगामी त्योहारों और नये साल के जश्न के मद्देनजर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने पर मास्क का प्रयोग करना चाहिए।
सोशल मीडिया के साथ-साथ मास मीडिया को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस नए वैरिएंट को लेकर गलत खबरें न फैले ताकि लोगों में कोई भ्रम या घबराहट न हो, अफवाहें न फैले। उन्होंने यह भी अपील की कि सूचना प्रसारित करते समय केवल आधिकारिक सूचना का ही उपयोग किया जाना चाहिए।
सरकारी तंत्र एकजुटता के साथ किसी भी स्थिति से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। मशीनरी, दवा भंडार, अन्य सामग्रियां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। इसलिए लोगों को घबराना नहीं चाहिए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आप सावधान रहें।