मुख्यमंत्री शिंदे ने किया अजित पवार का बचाव , उद्धव पर पलटवार
विशेष संवाददाता
नागपुर @nirbhaypathik: सोमवार को विधानसभा में अल्पकालीन चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अजित पवार का बचाव किया जबकि उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर पलटवार किया। यह चर्चा अतिवृष्टि , बेमौसम बारिश और किसानों की मदद के बारे में हुई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री शिंदे ने उनके पास ही आसन पर बैठे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी कुछ बातों पर उनसे सलाह लेते हुए जवाब दिया। मुख्यमंत्री शिंदे ने उद्धव ठाकरे को जोरदार उत्तर देते हुए कहा हम घर में बैठकर वीसी ( विडिओ कॉन्फ़्रेंसिंग ) लेकर सूचना देते नहीं बैठते। बारिश आयी ,संकट आया तब हम फील्ड पर गए। घर पर नहीं बैठे रहे। उन्होंने आदित्य ठाकरे के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि लंदन का दौरा करने की अपेक्षा महाराष्ट्र का दौरा करना कभी भी अच्छा है । मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि 2019 से जो मुख्यमंत्री के तौर पर सत्ता में थे उनको आरोप करते समय आत्म परीक्षण की जरूरत है। अब तुम कहोगे उसके पहले मैं कहता हूँ कि मैं भी सत्ता में था। लेकिन कैप्टन महत्व का होता है वह जिस दिशा में जहाज ले जाता है उस दिशा में जाता है। कहने का अर्थ यह है कि विगत सरकार की अपेक्षा कम अवधि में भी हमने ज्यादा मदद दी है। पहले की सरकार की तरह हमने सिर्फ घोषणा करके किसानों को नाममात्र की मदद नहीं की। 30 जून 2022 को हमारी युति की सरकार सत्ता में आने के बाद उसके अगले हफ्ते अतिवृष्टि हो गयी। उस समय हमने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ दौरा किया। मेरा परिवार मेरी जवाबदारी कहकर वीसी द्वारा हमने बैठक नहीं ली। औरों को सूचना देकर नहीं बैठे. हमने फील्ड पर जाकर काम किया। अपने को निरंतर पूछने वाला कोई तो है यह ध्यान में रहता है ,तो यंत्रणा भी काम करती है। कलेक्टर भी काम करता है। .विपक्ष को आत्मपरीक्षण करना चाहिए। मुख्यमंत्री और हमारे सहयोगी निरंतर दौरे पर रहते हैं ऐसा किसी ने तो कहा। लंदन जाने की अपेक्षा राज्य के कोने – कोने में जाने में जाना अच्छा होता है यह कहकर मुख्यमंत्री शिंदे ने आदित्य ठाकरे पर पलटवार किया। कोविड के समय जो अपने निर्वाचन क्षेत्र में नहीं गए ,वह मुझे नहीं बताएं। मुझे मजबूरन यह बताना पड़ रहा है क्योंकि ऐसा आरोप हो रहा है। कहा जाता है बार – बार दिल्ली जाते हैं मैं अपने निजी काम से थोड़ी जाता हूँ। किसानों एवं इस तरह के अन्य कार्यों से जाता हूँ। किसानों के दिक्कत में रहते हुए हम कभी भी घर में बैठकर नहीं रहे। हम मेंड़, खेत पर गये और उनको समझ कर लिया है। अधिवेशन के समय भी मदद की। हमारी सरकार यह किसानों की मदद करने वाली सरकार है। दुष्काल और बेमौसम बारिश से किसान परेशान हो गए हैं। आसमानी संकट से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं। सुल्तानी संकट नहीं आये। विपक्ष अंधेरे में आरोपों का बाण चला रहे हैं। विपक्ष हमारी कमियों को उजागर करे. लेकिन केवल विरोध के लिए विरोध न करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार 44 हजार करोड़ किसानों को सक्षम करने में खर्च करेगी। चालीस तालुका के किसानों के 2 हजार 587 करोड़ की मदद देने के लिए हमने केंद्र को पत्र दिया है। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि यूबीटी के समय डीबीटी ( डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर ) बंद थे .वह क्यों बंद थे मुझे भी नहीं समझा आप समझे तो बताओ। 50 हजार किसानों को फायदा देने का वादा किया गया था जिस पर विपक्ष ने कहा दादा ( अजित पवार जो अब अघाड़ी को छोड़कर महायुति में हैं उन्होंने कहा था ) जिस पर मुख्यमंत्री ने अजित पवार का बचाव किया और कहा वह ( उद्धव ठाकरे ) मुख्यमंत्री थे । मंच पर आसीन अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी बीच ही में कहा कि दादा अन्याय सहन नहीं करते। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि वैज्ञानिक अनिल काकोडकर की मदद ली गयी है न्यूक्लियर तकनीकी का उपयोग करके प्याज का प्रसंस्करण किया जा रहा है इससे प्याज आठ – आठ महीने तक खराब नहीं हुआ है । यह ऐतिहासिक निर्णय है। प्याज के निर्यात पर पाबंदी हटाने के लिए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल से चर्चा की गयी ताकि इसका फायदा सभी को मिले।