उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की नारकोटिक्स टास्क फोर्स स्थापित करने की घोषणा
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik:, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने15 दिसंबर को विधान सभा में प्रश्नोत्तर के दौरान जानकारी दी कि मादक पदार्थ के बारे में कार्रवाई करने के लिए नारकोटिक्स टास्क फोर्स की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि मादक पदार्थ के बारे में विभिन्न पुलिस स्टेशनों में काम होता है लेकिन मादक पदार्थ से जुड़े मामलों को देखते हुए नारकोटिक्स टास्क फोर्स की स्थापना की जाएगी। इस टास्क फोर्स के माध्यम से सभी जिले में मादक पदार्थों से जुड़े अपराधों को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है। इस बारे में में रोहित पवार ने सवाल पूछा था। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया की अब प्रत्येक जिला स्तर पर जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में मादक पदार्थ विरोधी समिति स्थापित की गयी है। ऐसी समितियां देशभर में स्थापित की गयी हैं उसकी समीक्षा केंद्र सरकार करती है। बंद कारखानों में मादक पदार्थ निर्मित होने का मामला सामने आने से सरकार बंद कारखानों पर नजर रख रही है। बंद कारखानों में मादक पदार्थ निर्माण किये जाने पर कार्रवाई की जा रही है। रासायनिक आधारित मादक पदार्थ बनाये जाने से रसायन के आयात पर भी सरकार ध्यान रख रही है। इसके आगे राज्य के पुलिस अधिकारियों के मादक पदार्थों के अपराध से संबंध पाए जाने पर उनको बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया है। ललित पाटिल मामले में सख्त कार्रवाई की गयी है। पहले मादक पदार्थों के मामले में पेडलर के जाँच तक तफ्शीस सीमित रहती थी। इसके आगे यह जाँच आपूर्ति करनेवाले तक सीमित न रहकर उसके सभी सूत्र खोजने का काम हो रहा है। इस बारे में केंद्र सरकार का कानून सशक्त करने की आवश्यकता होने पर अलग से कानून बनाने का काम सरकार करेगी। मादक पदार्थ कूरियर के माध्यम से आने का मामला सामने आया है। इस बारे में कुरिअर कंपनियों ने विशिष्ट कार्य प्रणाली दी गयी है। कोई भी संदिग्ध पैकेट पाए जाने पर उसकी जाँच करके पुलिस को जानकारी देने का निर्देश जारी किया गया है। राज्य में नशा मुक्ति कानून शुरू करना महत्वपूर्ण है। अनेक संस्थाओं का नशामुक्ति केंद्र है उनसे चर्चा की जाएगी। मुंबई , पुणे में पी पी पी ( पब्लिक ,प्राइवेट पार्टनरशिप ) आधार पर यह केंद्र शुरू करने का काम शुरू किया जायेगा। इस अवसर पर अनिल देशमुख ने कहा कि मादक पदार्थ शहरों में ही नहीं अब गांवों में भी बिकने लगा है। इस प्रश्न के चर्चा में सदस्य असलम शेख , श्रीमती देवयानी फरांदे ने भी भाग लिया।