पाकिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों का खौफ
आतंकी गतिविधि से जुड़े पंटरों को
मस्जिद में नमाज पढ़ने पर रोक
कराची,7 दिसंबर: पाकिस्तान में आतंकवादी अब मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ सकेंगे. आतंकवादियों को घर पर ही सलातुल-फज्र करने का निर्देश दिया गया है और साथ ही अगले आदेश तक निकाह पार्टियों में जाने पर भी रोक लगा दी गई है. अपने आकाओं के निर्देश से आतंकवादियों में निराशा है.
पाकिस्तान में अज्ञात बंदूकधारी के हमले से घबराए आतंकवादी संगठनों ने अपने आतंकवादियों के मस्जिदों में नमाज अदा करने पर भी रोक लगाने का फरमान जारी कर दिया है. सभी प्रमुख आतंकवादियों से कहा गया है कि वह किसी भी मस्जिद में किसी भी समय नमाज अदा करने ना जाए क्योंकि मस्जिद में भी अज्ञात बंदूकधारी उन्हें अपना निशाना बना रहा है. साथ ही सुबह की नमाज भी अपने घर पर ही अदा करने का निर्देश दिया गया है.
आतंकवादी संगठनों ने अपने प्रमुख आतंकवादियों से कहा है कि अगले निर्देश तक वह किसी भी निकाह पार्टी आदि में भी ना जाए क्योंकि वहां भी उन्हें खतरा पैदा हो सकता है. अपने अकाउंट की इन निर्देशों से आतंकवादियों में निराशा फैल रही है, क्योंकि सार्वजनिक स्थलों पर जब वे जाते हैं, तो खुद को और लोगों के कद से बड़ा कद मानते हैं और पाकिस्तान में प्रमुख आतंकवादियों को तवज्जो भी दी जाती है. ऐसे में सार्वजनिक स्थलों पर न जाने से उन्हें निराशा और बेचैनी महसूस हो रही है.
खबर है कि पिछले कुछ माह से पाकिस्तान में छिपे आतंकियों की हो रही हत्याओं के कारण माफिया सरगना दाऊद पकिस्तान छोड़कर दुबै में डेरा जमा लिया है. पाकिस्तान में छिपे आतंकियों को शक हो गया है कि पाक सरकार आईएसआई के इशारे पर हत्याओं को अंजाम दे रही है क्योंकि ये सभी अब किसी काम के नहीं रह गए हैं और इनका नाम प्रचारित हो जाने से ये पाकिस्तान के लिए मुसीबत बन गए हैं। पाक खुफिया एजेंसी सेना से मिलकर बूढ़े और नाकाम हो गए आतंकी गुर्गो को धीरे धीरे ठिकाने लगा रही है. यह कारण है कि मई माह से अबतक कोई आधा दर्जन पंटरों को गोली मारी जा चुकीहै.