मुंबई मनपा अस्पतालों में दवा खरीदी की होगी जांच- मंत्री उदय सामंत
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik:। शुक्रवार को विधानसभा में मंत्री उदय सामंत ने घोषणा की कि मुंबई महानगरपालिका के अस्पतालों में दवा खरीदी की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी। उन्होंने मुंबई मनपा में स्वास्थ्य सेवा को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की आवश्यकता भी जताई । मुंबादेवी के कांग्रेस विधायक अमीन पटेल ने मुंबई में स्वास्थ्य सुविधा को लेकर आधे घंटे की विशेष चर्चा उपस्थित की थी। चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा विधायक आशीष शेलार ने मुंबई की स्वास्थ्य सेवाओं का खाका सदन के सामने रखा।
आशीष शेलार ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य की राजधानी होने के कारण से मुंबई में ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। मुंबई में महापालिका, राज्य सरकार, निजी, ट्रस्ट और केंद्रीय श्रमिक जैसे विभिन्न अस्पताल हैं, लेकिन इन सभी में कोई सामंजस्य नहीं है। ऐसे में सरकार को एक बार सभी अस्पतालों की विस्तृत समीक्षा करते हुए यह पता लगाना चाहिए कि मुंबई में कितने मरीज आते हैं और क्या उनके लिए पर्याप्त अस्पताल मौजूद हैं? इस पर कितना खर्च होता है, इसे लेकर श्वेत पत्र निकाला जाना चाहिए। उन्होंने धर्मादाय आयुक्त के अधिकार क्षेत्र में आने वाले अस्पतालों में सरकार की शर्तों का पालन किया जा रहा है या नहीं इसके समीक्षा की मांग की। आशीष शेलार ने कहा कि मुंबई महापालिका में लगभग 4 हजार करोड़ प्रतिवर्ष के हिसाब से पांच साल में 20 हजार करोड़ रुपए स्वास्थ्य व्यवस्था पर खर्च किए जाते हैं। इसमें बहुत भ्रष्टाचार है, जिस तरह से मुंबईकर टैक्स देते हैं, उसमें कहीं कोई सामंजस्यका आभाव है यहां तक कि उन्हें सुविधाएं नहीं मिल पाती । मुंबई महापालिका हर पांच साल में 20 हजार करोड़ रुपए खर्च करती है इसके बावजूद मरीजों को दवाएं नहीं मिलतीं। मनपा अस्पतालों में जाने वाले मरीजों को दवा, एक्स-रे, सोनोग्राफी के लिए बाहर भेज दिया जाता है, इसलिए इसमें भारी भ्रष्टाचार है। ऐसे में इसकी जांच कराई जाए। चर्चा का उत्तर देते हुए मंत्री उदय सामंत ने उक्त बातें कही।