म्यानमार से आ गए,कुकी हमारे देश
मैतेई इस देश के, हरदम सहें कलेश
हरदम सहें कलेश,कुकी बन गए इसाई
चीनी हथियारों से मार रहे हैं भाई
कह सुरेश हम गुजर करें केवल ओसार से
नब्बे प्रतिशत हड़पे आकर म्यानमार से
सुरेश मिश्र
म्यानमार से आ गए,कुकी हमारे देश
मैतेई इस देश के, हरदम सहें कलेश
हरदम सहें कलेश,कुकी बन गए इसाई
चीनी हथियारों से मार रहे हैं भाई
कह सुरेश हम गुजर करें केवल ओसार से
नब्बे प्रतिशत हड़पे आकर म्यानमार से
सुरेश मिश्र